आक्रोश: ग्रीष्मकालीन छुट्टियों में फेरबदल सी० एण्ड वी० अध्यापक संघ को बरदाश्त नही: चमन शर्मा
ग्रीष्मकालिन अवकाश में जो फेरबदल किया गया है,इसे सी० एण्ड वी० अध्यापक संघ सिरे से खारिज करता है। सभी शिक्षक संगठनो के विरोघ के वावजुद भी शिक्षा विभाग को ऐसी क्या नौवत आ गई कि छात्रहीत को दरकिनार कर 26 जुन से भी पहले 21 जुन से अवकाश करना पड़ा। संघ के चीफ पैर्टन चमन लाल शर्मा ने कहा कि ग्रीष्मकालिन अवकाश केवल छात्रहीत के लिए दिया जाता है ताकि वरसात में बच्चो को स्कूल जाने के लिए कोई जोखिम न उठाना पड़े। आजकल न तो ज्यादा गर्मी है और न ही अभी बरसात पड़ी है। फिर इतनी जल्दी शिक्षा विभाग कोअवकाश करने की क्या आवश्यकता पड़ गई। ये शिक्षा विभाग द्वारा भेजी गई प्रपोजल पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है। चमन शर्मा ने कहा कि सही मायने में बरसात 15 जुलाई के बाद ही होती है ।छुट्टियों के शैडयुल में अगर बदलाव करना ही था तो 15 जुलाई से 22 अगस्त तक करते। इससे बच्चो की पढ़ाई भी प्रभावित नही होनी थी। चमन शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग ने खुद खेल केलेण्डर बनाया है जिसके अनुसार अभी 21जुन से 25 जुन तक मण्डी जिला में खण्ड स्तरिय खेलकुद प्रतियोगिता होगी। जिसमे प्रत्येक स्कूल से 30 या 40 छात्र ,एक डी पी ,पीईटी तथा खिलाड़ी छात्रो के साथ दो अन्य अध्यापक भी जाएगें। ऐसे में अवकाश का क्या औचित्य रह जाता है। अगर अवकाश 21 जून से किया जाता हैै तो जिला मण्डी में आयोजित की जाने वाली खेलकूद प्रतियोगिता में भी खलल पड़ सकता है। सी० एण्ड वी० अध्यापक संघ के अध्यक्ष दुर्गानन्द शास्त्री ने ग्रीष्मकालिन अवकाश के संशोधन को गलत ठहराया है। चमन लाल शर्मा ने सरकार से मांग की है कि ग्रीष्मकालिन अवकाश में कोई बदलाव न किया जाए या फिर पुराने शैडयुल 15 जुलाई से 22 अगस्त तक अवकाश दिया जाए।



