राजधानी शिमला के आईजीएमसी हॉस्पिटल के डेड बॉडी हाउस में कम चेंबर हैं जिसकी वजह से वहां पर तैनात पुलिस कर्मियों को शवों से संबंधित बहुत सी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। इस बारे में असर न्यूज ने

IGMC अस्पताल के पुलिस इंचार्ज सुबोध से खास बातचीत की उनका कहना है कि आई एम सी हॉस्पिटल के शव गृह में केवल 6 ही चेंबर है। जिसकी वजह से कई बार तो शवों को जमीन पर ही रखना पड़ता है। और इसके साथ-साथ जगह भी बहुत कम है।
इसके साथ ही उन्होंने हिमाचल के अन्य अस्पतालों की व्यवस्था को सुधारने के लिए भी कहा जिसमें अन्य अस्पतालों में शव गृह को अपग्रेड करने का आग्रह प्रदेश सरकार से किया है।
हिमाचल के अन्य अस्पतालों में भी हिमाचल सरकार को शव गृह को अपग्रेड करना चाहिए। जिसमें खासकर रेफ्रिजरेटर की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाना बहुत जरूरी है। कई जगह खासकर गर्म इलाकों में कई ऐसे क्षेत्र है जहां पर शव गृह को अपग्रेड करना बेहद जरूरी है।
अस्पतालों में मृतक का सही तरीके से पोस्टमार्टम होना बेहद जरूरी है जिसे सही रिपोर्ट सामने आती है। कई बार यह भी परेशानी रहती है कि लाश सड़ने की कगार पर रहती है। क्योंकि कई बार कई अस्पतालों में रेफ्रिजरेटर नहीं है जिसके कारण यह डर लगा रहता है कि कहीं पोस्टमार्टम से पहले ही लाश सड़ न जाए।
आईजीएमसी हॉस्पिटल के पुलिस इंचार्ज सुबोध का कहना है कि प पूरा दिन उन्हें शवों के बीच में भी रहता पड़ता है। जिससे उन्हें इसकी सही स्थिति के बारे में पता है।उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आईजीएमसी में हॉस्पिटल की नई इमारतें बन रही है। इन इमारतों के बनने के बाद इस समस्या का हल हो पाए।



