शिमला के कुछ स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील में न्यूट्रिशयन पाउडर दिया जा रहा है। जिसके बाद अब इस पाउडर का क्या असर बच्चों में हुआ इसका रिजल्ट अब जल्द ही सामने आएगा। बच्चों की हाइट वेट को भी अब चेक किया जाएगा कि आखिरकार इस पाउडर के खिलाने से कितना असर बच्चों को हुआ है।
गौर हो कि सत्य साईं अन्नपूर्णा ट्रस्ट के माध्यम से यह प्रोजेक्ट पायलट स्तर पर शिमला में चलाया जा रहा है लेकिन उसके बाद इसका विस्तार किया जाएगा। हालांकि अभी इस पर प्राथमिक शिक्षा विभाग भी चेक रखेगा। इसके साथ ही सत्य साईं अन्नपूर्णा ट्रस्ट के माध्यम से दिए जाने वाले इस पाउडर के इस्तेमाल के बाद पड़ने वाले लाभ को चेक किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि बच्चों में पौष्टिक तत्वों की कमी ना हो इसीलिए कर इस तरह का अपना पहला पायलट प्रोजेक्ट सत्य साईं अन्नपूर्णा ट्रस्ट के तहत शिमला में पायलट स्तर पर शुरू किया गया है। अपनी तरह की पहली ऐसी मुहिम है शुरू हुई है और उसके बाद अन्य स्कूलों में भी शुरू की जा सकती है। फिलहाल अब देखना यह है कि शिमला के कुछ स्कूलों में मिड-डे-मील की तरह चलाए गए इस प्रोजेक्ट के बाद आखिर क्या सामने निकल कर आया?


