असर विशेष: जब रेशमचंद ने बीस हज़ार में बेची शिमला की वादियां
रेशमचंद ने बताया उम्र नहीं रोक सकती कला के जज्बे को...
रेशमचंद कलाकृति बनाने वाले ऐसे व्यक्ति हैं जििन्होंने शिमला को गैटी में जीवंत
कर दिखाया…..
इनकी आयु 71 वर्षीय है।रेशमचंद पंजाब के रहने वाले हैं यह वह कलाकार है जो हमें बताते हैं कि कला के लिए उम्र मायने नहीं रखते.|

रेशमचंद का कहना है कि उन्हें बचपन से ही कलाकृति बनाने का शौक रहा है वह बचपन में रंगों के साथ खेला करते थे |
रंगों के साथ खेलना उन्हें बेहद पसंद था धीरे-धीरे उन्होंने कलाकृतियां बनानी शुरू कर दी आज वह वरिष्ठ कलाकृति बनानेवाले कलाकार कहे जाते हैं |
हाल ही में राजधानी शिमला के गेटी थिएटर में उनके द्वारा बनाई गई कलाकृतियों को बड़े पैमाने पर पसंद किया गया तथा लगभग 15 से 20000 के बीच उनके द्वारा बनाई गई शिमला पर कलाकृति बेची गई रेशमचन्द का कहना है कि पेंटर होने के साथ-साथ एक राइटर भी है उन्हें लिखना भी बेहद पसंद है यह सभी बातें बताते हैं कि रेशमचंद किस प्रकार आने वाले युवा पीढ़ी के लिए एक उदाहरण है..वह कई लोगों को सिखा चुके है। वह प्रिंसिपल पद से रिटायर्ड हो चुके है।लेकिन उनका शोक पेंटिंग है।


