एक भारत श्रेष्ठ भारत की देखें तस्वीर

भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष और ‘एक भारत – श्रेष्ठ भारत’ की भावना को बनाए रखने” पर वेबिनार का आयोजन
वक्ताओं ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान और भारत की संस्कृति, भाषा और परंपराओं के संरक्षण पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के विचार को मजबूत करने पर प्रकाश डाला
आज “भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष और ‘एक भारत – श्रेष्ठ भारत’ की भावना को बनाए रखने” पर वेबिनार का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने स्वतंत्रता सेनानियों के सर्वोच्च बलिदानों की रक्षा करने और साथ ही “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की मूल भावना से जुड़ते हुए देश भर के विभिन्न राज्यों में सांस्कृतिक लोकाचारों और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया ।
वक्ताओं ने हिमाचल प्रदेश में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और भारत की संस्कृति, परंपराओं, मूल्यों और भाषाओं के संरक्षण पर “एक भारत श्रेष्ठ भारत” के विचार को बल प्रदान करने के लिए विविध चरणों पर प्रकाश डाला।
वेबिनार में बोलते हुए, सुनील शर्मा, निदेशक, भाषा, कला और संस्कृति विभाग, हिमाचल प्रदेश सरकार ने हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में स्वतंत्रता संग्रामऔर पूरे भारत में स्वतंत्रता संग्राम के बीच समानता पर प्रकाश डाला। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हुए आंदोलनों जैसे धामी की घटना, सुकेत सत्याग्रह सहित अन्य आंदोलनों के बारे में भी बात की, जिससे आम लोगों में राजनीतिक चेतना पैदा हुई जो बाद में भारतीय उपमहाद्वीप में संपूर्ण स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण अंग बन गए।
श्री शर्मा ने कहा कि विविधता की में एकता की सोच से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और आंदोलन के अन्य दिग्गजों से प्रेरणा मिली। उन्होंने गांधी जी के सत्य और अहिंसक दर्शन पर भी प्रकाश डाला, जिसने स्वतंत्रता संग्राम को अपने तार्किक निष्कर्ष पर ले जाने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष को मजबूत करने में अपना योगदान देने में मदद की।
राजकीय महाविद्यालय, संजौली, शिमला में इतिहास में सहायक प्रोफेसर, श्रीमती सविता कुमारी, ने प्राचीन भारतीय संस्कृति पर प्रकाश डाला और इसे एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना से जोड़ा। श्रीमती कुमारी ने युवा पीढ़ी को जागरूक करने और प्राचीन भारत की शिक्षा, साहित्य, ज्ञान, मूल्य प्रणाली और विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं और भारत की परंपराओं की विविधता में एकता के सुनहरे दौर पर ध्यान करने का आग्रह किया। उन्होंने प्रतिभागियों से स्वामी विवेकानंद, चंद्र गुप्त और भारत की अन्य महान हस्तियों के आदर्शों का पालन करने का आह्वान किया, जिसने वास्तव में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की नींव रखी।
इससे पूर्व, पत्र सूचना कार्यालय, शिमला के उप निदेशक (एम एंड सी) तारिक राथर ने वेबिनार में वक्ताओं और प्रतिभागियों का स्वागत किया।
श्री हिमांशु पाठक, सहायक निदेशक (एम एंड सी), पत्र सूचना कार्यालय, शिमला ने वेबिनार का संचालन किया। श्री हितेश रावत, सहायक निदेशक (एम एंड सी), पत्र सूचना कार्यालय, चंडीगढ़ ने अतिथि वक्ताओं और उत्तरी क्षेत्र की विभिन्न मीडिया इकाइयों के अन्य सभी प्रतिभागियों का आभार जताया। राजकीय कन्या महाविद्यालय (आरकेएमवी) कॉलेज, शिमला के एनसीसी यूनिट के छात्रों ने भी वेबिनार में भाग लिया।
काबिलेगौर है कि 12 मार्च, 2021 को प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारत की आजादी के 75 साल पूरे करने के लिए विशेष रूप से केंद्र सरकार की पहल “आज़ादी का अमृत महोत्सव” शुरू किया। 75 वां वर्षगांठ समारोह अगस्त 2023 तक जारी रहेगा। उन्होंने “आजादी का अमृत महोत्सव” की शानदार शुरुआत में साबरमती आश्रम से दांडी मार्च को भी हरी झंडी दिखाई। 75 वां स्वतंत्रता दिवस, स्वतंत्रता संग्राम की भावना और बलिदान की भावना के प्रतिबिंब का उत्सव होगा।



