हैरानी : शिक्षा विभाग के नाक के नीचे चल रहा था खेल
राजकीय अध्यापक संघ ने उठाए सवाल

शिक्षा विभाग के नाक के नीचे ये खेल चल रहा था और शिक्षा निदेशालय में यह मालूम ही नहीं था कि छात्रवृत्ति का यह घोटाला शिक्षा विभाग की छत के नीचे से भी चल रहा है। हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने इसे लेकर शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है और कहा है कि शिक्षा विभाग में कार्यरत उक्त व्यक्ति को भी निलंबित ना करके ट्रांसफर किया गया था यह भी सवालों के घेरे में हैं।
राजकीय अध्यापक संघ ने मांग की है कि इस तरह के मामले दोबारा पेश ना आए से लेकर सरकार को भी सतर्कता बरतनी चाहिए। गौर हो कि हिमाचल प्रदेश में हुए तीन सौ करोड़ से अधिक के छात्रवृत्ति घोटाले में सात गिरफ्तारियां हो गई है। सीबीआई के तहत की गई गिरफ्तारी में परसों देर रात 5 लोगों को और आज दो लोगों को गिरफ्तार कर दिया गया है जिसमें नामी निजी संस्थानों के अधिकारी और शिक्षा विभाग से एक कर्मचारी शामिल है। सीबीआई के हाथ में काफी बड़ी सफलता हाथ लगी है जिसके तहत अरेस्ट वारंट जारी किए गए जिसके बाद अब गिरफ्तारी हो गई है। ऐसा दोबारा न हो इसे लेकर सरकार को भी सबक लेना चाहिए। इसके साथ ही हिमाचल शिक्षक महासंघ ने भी शिक्षा विभाग की कार्य प्रणाली को दुरुस्त करने के लिए कहा है।
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इन घोटालों से भी जल्द उठेगा पर्दा
हिमाचल राज्य अध्यापक संघ का आरोप है कि लैपटॉप, फर्नीचर और किताब घोटाले की परतें भी जल्द निकलने वाली है। जिसका खुलासा राजकीय अध्यापक संघ जल्द करने वाला है। राजकीय अध्यापक संघ का कहना है इसके आरोप शिक्षा विभाग के पूर्व अधिकारी ने भी लगाए थे।



