EXCLUSIVE : आखिर आईजीएमसी में कहां गायब हो गए 16 x-ray और एक CT scan की रिपोर्ट ?
भटकती रही महिला मरीज अब रिपन में करवा रही इलाज

प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल का दर्जा लिए बैठे आईजीएमसी के इलाज से एक महिला मरीज नाराज हो गई। मामला यह था कि 9 मार्च को आईजीएमसी की इमरजेंसी में रात को महिला इलाज करवाने आई। महिला सड़क दुर्घटना में घायल हुई थी ।जिसमें उसकी दोनों टांगें और दोनों बाजू पर गहरी चोट आई थी। रात को इलाज मिलने के दौरान महिला का 16 एक्स-रे और एक सिटी स्कैन किया गया लेकिन बाद में जब उसकी रिपोर्ट खोजी गई तो वह नहीं मिल पाई ना ही उसे एक्स-रे की रिपोर्ट मिली और ना ही सीटी स्कैन की रिपोर्ट उसे मिल पाई है।

शिकायतकर्ता रीना का कहना है वह 9 मार्च की रात को आईजीएमसी आई थी । रीना का कहना है कि वहां पर उसके 16 एक्सस-र और एक सिटी स्कैन किया गया। हालांकि जब पहले रिपोर्ट आई तो संबंधित टीम ने उन्हें दो जगह प्लास्टर लगा दिया लेकिन शरीर में काफी चोट आने के बाद उन्हें कहा गया कि आपको रिपोर्ट सुबह मिल जाएगी जिसके बाद ऑर्थो विभाग के सीनियर डॉक्टर उनका केस देखेंगे।
रीना का कहना है जब अगले दिन आए तो उसे ना तो वह 16 एक्स-रे मिले और ना ही एक सीटी स्कैन की रिपोर्ट मिले ।जिससे उसका इलाज आगे बढ़ना था जिसके कारण व सीनियर डॉक्टर से इलाज नहीं ले पाई। रीना का कहना है कि 9 मार्च की रात को उसे प्राथमिक इलाज देने के बाद छुट्टी दे दी गई और कहा कि अगले दिन आर्थो ओपीडी में सीनियर डॉक्टर ही इस केस को देख पाएं। रीना का
कहना है कि 9 मार्च को आईजीएमसी की इमरजेंसी में मिले उच्च प्राथमिक इलाज के बाद अगले दस दिनों तक अपने आगामी इलाज के लिए भटकती रही जिसके बाद उसे सीनियर डॉक्टर्स से ओपीडी में देखना था।
रीना का कहना है कि उसे लगभग 10 दिन तक कोई भी रिपोर्ट नहीं मिली जिसे उसका इलाज आईजीएमसी में बिल्कुल नहीं हो पाया।

बार-बार रिपोर्ट ढूंढने के बाद थक हार कर उसे अपना इलाज दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल के ऑर्थो विभाग में करवाना पड़ रहा है। रीना का कहना है कि वह कई मर्तबा आईजीएमसी गई। संबंधित कर्मचारियों ने रिपोर्ट ढूंढने की कोशिश की लेकिन रिपोर्ट का अता पता नहीं लग पाया।
रीना का कहना है कि उसके पैरों में कई बार फैक्चर हो चुका है doctorsका भी यह कहना है कि बार-बार एक्स-रे करना भी स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है लिहाजा जब रीना ने अस्पताल में संबंधित रिपोर्ट को ढूंढने की कोशिश की तो उसे रिपोर्ट नहीं मिल पाई।
परेशान होकर अंत में रीना ने आईजीएमसी से इलाज छोड़कर रिपन में इलाज करवाने की सोची।वहां पर उसके दोनों बाजू और दोनों टांगों को दोबारा चेक किया गया। करीना का कहना है कि वहां पर डॉक्टर ने यह भी बताया कि आपके हाथ में काफी हैवी प्लास्टर लगाया गया है जो एक सही प्रक्रिया नहीं है।
रीना का कहना है कि आईजीएमसी प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल है ।लिहाजा हर मरीज को यह उम्मीद रहती है कि इस तरह की परेशानी किसी भी मरीज को न झेलनी पड़े लिहाजा प्रशासन को हर तरीके से सतर्क रहना चाहिए उसके टेस्ट रिपोर्ट्स आखिर कहां गायब हो गए यह उसके लिए भी हैरानी का विषय है।



