असर विशेष: शिक्षा महकमें में शिक्षक और गैर शिक्षक संगठन के रिकॉर्ड पर बवाल
राजकीय अध्यापक संघ में कहा: हमे नहीं मिली कोई भी चिट्ठी, हमारा पंजीकरण रिकॉर्ड शिक्षा महकमे के पास

गैर मान्यता वाले शिक्षक और गैर शिक्षक संगठनों के मान्यता के रिकॉर्ड को लेकर शिक्षा महकमे में मामला फिर से गरमा गया है। जिसमें चालिस में से पांच संगठनों ने अपना रिकॉर्ड शिक्षा विभाग जमा करवाया है।

लेकिन इसे लेकर राजकीय अध्यापक संघ के अध्यक्ष विरेंद्र चौहान ने कहा है कि उन्हें इस बाबत कोई भी पत्र प्राप्त नहीं हुआ है जिसमें मान्यता का रिकॉर्ड मांगा गया हो। यदि पत्र मिलता तो वह अवश्य ही इसका जवाब देते ।फिलहाल उनका संगठन बहुत पुराना है और उनका संगठन एक पंजीकृत संगठन है जिसका रिकॉर्ड शिक्षा महकमे के पास भी है।
।जानकारी के मुताबिक विभाग द्वारा तय समय में मात्र पांच संगठनों ने ही अपना मान्यताा पंजीकरण रिकॉर्ड शिक्षा महकमे को दिया है।
राज्य अध्यापक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान का कहना है कि उनका संगठन इस बात का स्वागत करता है कि एक संगठन का एक ही पंजीकरण नंबर होना चाहिए उधर अभी तक के प्राप्त रिकॉर्ड के मुताबिक यह सामने आया है कि एक ही पंजीकरण नंबर से तीन से चार संगठन काम कर रहे हैं। जिसमें किसी में मात्र प्रधान ही है। और वह धड़ाधड़ अवकाश ले रहे
है। फिलहाल तस्वीर साफ है कि कई शिक्षक और गैर शिक्षक संगठन ऐसे हैं जो बिना मान्यता के ही प्रधान बने हैं।
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होगी कार्रवाई
शिक्षा विभाग की ओर से गैर पंजीकरण संगठनों के ऊपर कार्रवाई करने की तैयारी शुरू की जा रही है ,जिसमें जल्द ही शिक्षा महकमे के आला अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित होगी और उन संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जो बिना मान्यता के चल रहे हैं।
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चलाया गया है ढंडा,
गौर हो कि बिन मान्यता वाले शिक्षक और गैर शिक्षक संगठनों पर शिक्षा विभाग ने अब डंडा चला दिया है। जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग की ओर से ये निर्देश जारी किए गए थे कि संघ के रजिस्ट्रेशन की मान्यता प्राप्त प्रतिलिपि को विभाग तय समयावधि में सौंपे । जिसमें ऐसा नही हो पाया है। विभाग की ओर से सभी प्रधान को पत्र लिखा गया था कि शिक्षा विभाग में कई स्वय भू नेता बन गए है। लिहाजा वह अनैतिक तौर पर अवकाश भी ले रहे है है । जो गलत है। जिस पर जल्द ही बड़ी कार्रवाई होने वाली है।


