कला, शारीरिक शिक्षक, उर्दू व पंजावी अध्यापकों को टीजीटी पदनाम क्यों नही?
सी० एण्ड वी० अध्यापक संघ ने उठाई आवाज

बजट सत्र में मुख्यमन्त्री जयराम ठाकुर ने बजट भाषण में शास्त्री व भाषा अध्यापको को टीजीटी हिन्दी ,टीजीटी संस्कृत पदनाम देने की घोषणा की जिसका सी० एण्ड वीo अध्यापक संघ स्वागत करता है लेकिन खेद का विषय है कि कला अध्यापक,शारीरिक शिक्षक उर्दू व पंजावी अध्यापको को टीजीटी पदनाम नही दिया गया। संघ के चीफ पैटर्न चमन लाल शर्मा ने कहा कि जब सरकार व शिक्षा विभाग द्वारा 10% सालाना कोटे के अनुसार सभी सी० एण्ड वी० अध्यापको शास्त्री, भाषा अध्यापक, कला अध्यापक, शारीरिक शिक्षकों को जो बीएड और टैट पास होते हैं उन्हे टीजीटी पदोन्नत किया जाता है तो बी ए बीएड टैट पास कला अध्यापक, शारीरिक शिक्षक ,उर्दू तथा पंजावी अध्यापको को टीजीटी पदनाम क्यों नही दिया जा सकता। जबकि वो भी समकक्ष योग्यता रखते हैं। चमन लाल शर्मा ने मुख्यमन्त्री तथा शिक्षा मन्त्री से मांग की हैै कि कला अध्यापक,शारीरिक शिक्षक, उर्दु व पंजावी अध्यापको को भी टीजीटी पदनाम दिया जाए। ताकि इन अध्यापकों के साथ अन्याय न हो क्योकि ये अध्यापक भी समान योग्यता रखते है।



