EXCLUSIVE: अब सभी स्कूलों में हिंदी अंग्रेजी और संस्कृत में होंगी प्रातः कालीन सभा में प्रार्थना….
शिक्षा निदेशक ने जारी की अधिसूचना

प्रत्येक व्यक्ति कोई नया कार्य आरंभ करने से पूर्व अपने इष्टदेव का स्मरण अवश्य करता है। ठीक उसी तरह जैसे प्रत्येक विद्यालय में शिक्षण कार्य दैनिक प्रार्थना सभा के आयोजन से ही प्रारंभ होता है। प्रार्थना सभा किसी भी विद्यालय का एक ऐसा दर्पण है जो उस विद्यालय के भौतिक, शैक्षिक, सामाजिक, मानसिक, सांस्कृतिक और आध्यत्मिक वातावरण का साफ एवं स्पष्ट चित्र दिखलाता है। स्कूली बच्चों को तीनों भाषाओं का ज्ञान हो उसके लिए शिक्षा विभाग ने यह कदम उठाया है।

उच्च शिक्षा निदेशालय हिमाचल प्रदेश की ओर से सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं कि रोजाना स्कूलों में अनिवार्य रूप से संस्कृत, हिंदी और अंग्रेजी में प्रार्थना सभाएं कराई जाएं। इस तरह के निर्देश शासन से मिले हैं।
उच्च शिक्षा के सभी उप निदेशकों का कहना है कि भविष्य में इन भाषाओं में भी विद्यार्थियों की रुचि विकसित करने के लिए प्रातःकालीन सभा में प्रार्थना अंग्रेजी, हिन्दी और संस्कृत में की जाए।
असर टीम से भारती…


