EXCLUSIVE: इस बार हिमाचल ने मनाई ग्रीन दिवाली
काफी समय के बाद स्थिति में सुधार ,तीन क्षेत्रों को छोड़कर हिमाचल के सभी चयनित क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर रहा जीरो

हर वर्ष दिवाली के दौरान ग्रीन दिवाली का संदेश देने के बावजूद हर दीपावली की रात जनता खूब पटाखे छोड़ती है । लेकिन इस बार हिमाचल की जनता ने इस आदेश का पालन बखूबी निभाया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के तहत जारी आंकड़े यही साबित कर रहे हैं कि हिमाचल के लगभग सभी क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर बहुत बेहतर रहा है।
हालांकि बद्दी, ऊना और नालागढ़ में प्रदूषण का स्तर मॉडरेट लेवल में दर्शाया गया है लेकिन यहां पर भी स्थिति पिछले वर्ष के मुकाबले बहुत ही बेहतर है यानी कि हिमाचल के इन इलाकों में पटाखों का इस्तेमाल बेहद कम हुआ है ।जिससे प्रदूषण नहीं हो पाया है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सभी क्षेत्रों के आंकड़े जारी किए हैं ,जिसमें वायु में प्रदूषण का स्तर कम आ गया है। हालांकि यह रिपोर्ट पिछले वर्ष के मुताबिक काफी बेहतर देखी गई है जिसमें दिवाली की रात अक्सर वायु प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा देखने में आता है लेकिन इस बार ऐसा नहीं दिखा और हिमाचल ने ग्रीन दिवाली मनाई है। यह सुखद आंकड़े हिमाचल के वातावरण के लिए भी शुभ संकेत हैं क्योंकि दिवाली ही नहीं बल्कि कई बार औद्योगिक क्षेत्र में वायु प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा आ जाता है।
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इन आंकड़ों पर समय दर नजर रखें । लेकिन दीपावली की रात्रि आंकड़ा काफी ही गंभीर स्थिति में देखा जाता है लेकिन इस बार स्थिति काफी बेहतर रहीी। ये बेहतर तस्वीर
हिमाचल के औद्योगिक क्षेत्र में भी देखी गई है। गौर हो कि हिमाचल के अलावा यदि दिल्ली की स्थिति देखी जाए तो बार-बार जागरूक करने के बावजूद भी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा आ गया है इसे देखकर हिमाचल के लोगों की पीठ थपथपाई गई है कि पटाखों का इस्तेमाल इस बार दीपावली की रात ज्यादा नहीं किया गया है।


