*पैन इंडिया स्वरूप अख्तियार कर रही* *आम आदमी पार्टी।*:कल्याण भण्डारी

26 नवंबर 2022 को अपनी स्थापना के दस साल पूरे करने जा रही अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी दिल्ली के बाहर दूसरे राज्यों में अपनी सक्रियता और जनता जनार्दन की स्वीकार्यता के चलते अखिल भारतीय स्वरूप प्राप्त करने की ओर अग्रसर है। उत्तर प्रदेश,गोवा, उत्तराखंड व पंजाब के विधानसभा चुनावों में पार्टी की दमदार भूमिका 10 मार्च को घोषित होने वाले परिणामों में स्पष्ट रूप से दिखाई देती नजर आयेगी। 2012 में अस्तित्व में आई आम आदमी पार्टी लगातार तीन चुनाव दिल्ली में जीतने के बाद 2017 के पंजाब असेंबली चुनाव में 10 साल से सत्ता में बैठी देश की सबसे पुरानी पार्टी शिरोमणी अकाली दल को पराजित कर मुख्य विपक्षी पार्टी बनी। 2014 के लोकसभा चुनावों में मोदी लहर के बाबजूद पार्टी को पंजाब में चार सीटें मिली।
कांगड़ा से जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता कल्याण भण्डारी ने कहा कि मोदी और अमित शाह के गढ़ माने जाने वाले गुजरात के नगर निगम चुनावों में डायमंड और टेक्सटाइल शहर सूरत में आम आदमी पार्टी देश की 126 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी को शून्य पर धकेल कर 26 लाख वोटों के साथ 27 सीट जीत कर मुख्य विपक्षी पार्टी बनी। राजकोट और गांधीनगर में पार्टी ने क्रमश: 17 और 21 फ़ीसदी मत प्राप्त कर अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराई। महाराष्ट्र में भी पार्टी प्रभावी रूप से सक्रिय भूमिका की बदौलत दस्तक दे चुकी है। उत्तर प्रदेश में सम्पन्न जिला पंचायत चुनावों 40 लाख वोटों के साथ दर्जनों स्थान प्राप्त कर चुकी है। हिमाचल प्रदेश में पार्टी कार्यकर्ताओं ने चार लाख से ज़्यादा लोगों का ऑक्सीजन लेवल चैक कर कोविड़ महामारी से लडाई लड़ लोगों का भरोसा जीता है। वहीं पर प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों का जमकर विरोध प्रदर्शन किया और जय राम की निष्ठुर सरकार से लाठियां खाई। केजरीवाल सरकार के दिल्ली में किए गए कार्योँ को पार्टी ने कैलेंडर के माध्यम से ” दिल्ली मॉडल ” को घर घर पहुंचाया जिसके फलस्वरूप जनता आम आदमी पार्टी को सूबे में एक सशक्त विकल्प के तौर पर देख रही है। भण्डारी के अनुसार पार्टी अब ” पैन इंडिया ” स्वरूप अख्तियार कर चुकी है और 10 मार्च को विधान सभा चुनावों के हरतंगेज नतीजे सामने आने वाले हैं। आम आदमी पार्टी शीघ्र ही प्रदेश में ” हिमाचल में भी केजरीवाल ” मुहिम शुरू करने जा रही है। राज्य की दोनो पार्टियों के कद्दावर नेताओं द्वारा पार्टी से संपर्क साधा जा रहा है जिसकी झलक मार्च के बाद दिखने लगेगी।



