जानें ;वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी कर्म दत्त कश्यप के बारे में….

भारत की आजादी के 75वें वर्ष को आज़ादी का अमृत महोत्सव के रुप में मनाए जाने पर स्वतंत्रता संग्राम में अपना बहुमूल्य योगदान देने के लिए
जिला शिमला के एकमात्र जीवित वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी कर्म दत्त कश्यप से उनके पैतृक निवास भलावाग आलमपुर , मे जिला भाषा अधिकारी शिमला अनिल कुमार हारटा ने शिष्टाचार भेंट कर उनका कुशलक्षेम पूछा तथा स्वतंत्रता संग्राम में उनके अमूल्य योगदान के लिए जिला प्रशासन शिमला की ओर से हिमाचली टोपी, शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। 09 जनवरी,1924को आलमूराम कश्यप के घर जन्मे श्री कर्म दत्त कश्यप ने सन् 1939 से प्रजामंडल के सदस्य रहे तथा धामी गोली कांड मे शामिल होने पर तत्कालीन राणा ने इन्हे चार मास के कारावास की सजा दी।1943 में पुलिस की ज्यादती से तंग आकर भूमिगत भी रहे। देश के आज़ाद होने के बाद कश्यप जी लगातार 30वर्षों तक पंचायत प्रधान रहे और एक बार जिला परिषद के सदस्य के रूप में इन्होंने तन मन धन से समाज सेवा की ।




