प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत केंद्र सरकार को 49.24 करोड़ रूपए के प्रस्ताव प्रस्तुत

केंद्र प्रायोजित योजना प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत राज्य के मत्स्य विभाग को वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 49 करोड़ रुपये से अधिक की मंजूरी मिलने की उम्मीद है।। यह मत्स्य पालन क्षेत्र को अधिक प्रभावी और जीवंत तरीके से विकसित करने के लिए विभाग की पहल को बढ़ाएगा।
यह जानकारी पीआईबी को मत्स्य विभाग के निदेशक श्री सतपाल मेहता के द्वारा दी गई ।
उन्होंने कहा कि विभागीय कार्प्स फिश फार्म में कार्प फिश सीड का उत्पादन राज्य के निजी मत्स्य उत्पादकों के लिए गुणवत्तापूर्ण मत्स्य बीज उत्पादन के साथ-साथ राज्य के जलाशयों, नदियों और नालों में भंडारण के उद्देश्य से किया जा रहा है।
श्री मेहता ने कहा कि निजी ट्राउट उत्पादकों को गुणवत्तापूर्ण बीज के वितरण के लिए विभागीय ट्राउट फार्मों में ट्राउट मछली प्रजनन किया जाता है और खेल मत्स्य पालन (एंगलिंग) ठंडे पानी को बढ़ावा देने के लिए राज्य, नदियों / नालों में भंडारण किया जाता है।
ट्राउट उत्पादकों के लाभ के लिए राज्य में ट्राउट पशुधन बीमा लागू किया गया है। विभाग में विभिन्न मदों की खरीद के लिए टेंडर निकाले जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 के लिए लक्षित विकासात्मक गतिविधियों / निर्माण कार्यों को विभाग द्वारा प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है।
मेहता ने आगे कहा कि विभिन्न विकास योजनाओं जैसे मछली उत्पादन, बीज उत्पादन, तालाबों का निर्माण और ट्राउट रेसवे आदि के तहत निर्धारित सभी लक्ष्यों को इस वित्तीय वर्ष के अंत तक प्राप्त किया जाना है।




