जुगनी देवी अपनी गरीबी के हाथों मजबूर ….कहा सरकार कर रही है उन्हें अनदेखा…..

मंडी जिला के जोगिंदर नगर तहसील के नागदियाडा गांव के निवासी जुगनी देवी जो कि एक गरीब महिला है। वह बर्तन बेचकर अपने जीवन का गुजारा करती है। तथा उसके कंधों पर उसके तीन बच्चों का बोझ है। उसके पति मजदूरी का काम करते हैं। उसके हालात इस तरह से खराब है कि उनके पास रहने के लिए ना ही घर, ना ही जमीन और ना ही पेट भरने के लिए पर्याप्त भोजन है। वह गांव में सरकारी जमीन पर तिरपाल का टेंट लगाकर रहने पर मजबूर है।
उनका कहना है कि गांव के कुछ शरारती लोग उन्हें बहुत तंग करते हैं, और उन्हें गांव से बाहर निकालने की धमकी देते हैं। यहां तक कि उन्हें बावड़ी से पानी भी नहीं भरने देते, उनके बर्तन नीचे फेंककर उन्हें डाग कहकर चिढ़ाते हैं। इसके अलावा आए दिन उन पर पत्थर फेंकते है तथा उनकी बेटी से अश्लील हरकतें करने का प्रयास करते हैं।
उनका कहना है कि उन्होंने इस मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस थाने में भी दर्ज की है, परंतु उनकी इस मामले से संबंधित कोई भी प्रतिक्रिया नहीं है। इसके अलावा उन्होंने इससे संबंधित पत्र डी.जी., सी.आई.डी., मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, एवं राष्ट्रपति को देकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई है। परंतु उनकी तरफ से भी इस मामले में किसी भी तरह की कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है।
इस पूरे मामले की जानकारी जुगनी देवी एवं उनके मामा खेमचंद ने राजधानी शिमला में एक प्रेस वार्ता के जरिए अपनी समस्या मीडिया कर्मियों के सामने रखी, और सरकार से यह गुहार लगाई कि सरकार उन सभी लोगों को सजा दें तथा उन्हें इस गुंडागर्दी के माहौल से बाहर निकाले और उन्हें इंसाफ दिलाएं।
आसर टीम से भारती और पूजा….



