माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया हिमाचल चैप्टर का राजेंद्र तिवारी को चुना गया चेयरमैन..

राजेंद्र तिवारी को सर्वसम्मति से माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया हिमाचल चैप्टर का चेयरमैन चुना गया।चैप्टर के पूर्व चेयरमैन सुभाष शर्मा की अध्यक्षता में वैप्टर की एक वर्चुअल मीटिंग हुई जिसमें नई टीम बनाने के लिए अरुण शर्मा की अगुवाई में नियुक्त तीन सदस्यीय कमेटी ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुति की। रिपोर्ट में हिमालयन चैप्टर की नई टीम दो वर्ष के लिए प्रस्तावित की गई जिसे सर्व सम्मति से स्वीकार किया गया ।
चेयरमैन राजेंद्र तिवारी महाप्रबंधक / एजेंट मैसर्स जय सिंह ठाकुर एंड संस, वागस चेयरमैन अमित दुबे, बीपी अल्ट्राटेक सीमेंट, सचिव. डॉ.एस.एस. रंधावा, प्रधान वैज्ञानिक अधिकारी, हिमकोस्ट, संयुक्त सचिव संजीव शर्मा, भूविज्ञानी, उद्योग विभाग शिमला कोषाध्यक्ष आर. आर. प्रसाद खनन प्रमुख, गुजरात अंबुजा सीमेंट कंपनी |
वैस्टर कार्यकारिणी के सदस्य चुने गए सुभाष शर्मा पूर्व चेयरमैन अरुण शर्मा पूर्व राज्य भूविज्ञानी डॉ नवल किशोर प्रो. भूविज्ञान विभाग पंजाब विश्वविद्यालय (से.नि.) डॉ एच आर डाडी वरिष्ठ भूविज्ञानी अशोक शर्मा पूर्व खनन अधिकारी जिला कांगड़ा थी कुम्भा राम चौधरी खनन अभियंता सी.सी.आई. राजवन |
माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की स्थापना वर्ष 1957 में स्वर्गीय एन. एस. क्लेयर और अन्य प्रख्यात खनन इंजीनियरों के गतिशील नेतृत्व में किया गया था। एसोसिएशन का गठन अन्य बातों के साथ साथ निम्नलिखित उद्देश्यों पर प्रकाश डालता है।भारत में बनन उद्योग से जुड़े खनन इंजीनियरों, भूवैज्ञानिकों और संबद्ध इंजीनियरों के हितों की रक्षा करना और उनके पेशे में उनकी नामाजिक और बौद्धिक स्थिति में सुधार करना। खनन इंजीनियरिंग और अन्य संबद्ध पृथ्वी विज्ञान के विशेष संदर्भ में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने में सहायता और भाग लेना। देश के आर्थिक और औद्योगिक विकास को प्रभावित करने वाले सभी विधानों की प्रगति पर निगरानी रखना, सामान्य रूप से और खनन उद्योग, विशेष रूप से और अपने सदस्यों के सामूहिक विचारों को आवश्यक होने पर उचित मंच तक पहुंचाना अपने सदस्यों और खान प्रबंधन, सरकारी अधिकारियों और श्रमिकों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध बनाना। राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खनन और खनिज उद्योगों से संबंधित विभिन्न बोडों, समितियों और नीति निर्माण निकायों में एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व प्राप्त करना। तकनीकी पेपर प्रस्तुतियों, कार्यशालाओं, संगोष्ठियों, चर्चाओं आदि का आयोजन करके खनन उद्योग में खनन और संबद्ध व्यवसायों की कला विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए और देश में पृथ्वी विज्ञान और खनन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य में भाग लेने के लिए, खनन और खनिज उद्योगों में कल्याण और सामाजिक आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना |
बैठक के प्रारंभ में डॉ.एस.एस. रंधावा ने बैठक में शामिल हुए सभी सदस्यों का स्वागत किया। श्री तिवारी ने बैठक का विस्तृत लक्ष्य बताया और कहा कि युवा सदस्यों को आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जिसमें ऊर्जा प्रचुर मात्रा में होती है। कहा कि प्रयास किया जाएगा कि नोडल अधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में खनन और सामाजिक गतिविधियों को सक्रिय करें।



