Asar Exclusive: HIV आँकड़ों में नई कहानी—हिमाचल में स्क्रीनिंग बढ़ी, 646 नए मामले दर्ज
HIV आँकड़ों में जितनी अधिक स्क्रीनिंग होगी, उतनी जल्दी इलाज मिलेगा।”—एड्स कंट्रोल सोसायटी

हिमाचल में HIV स्क्रीनिंग का दायरा बढ़ा, संक्रमण के मामलों में भी दिखा उभार — पाँच वर्षों के आंकड़ों का विकासात्मक विश्लेषण
“आज विश्व एड्स जागरूकता दिवस पर असर न्यूज़ की ख़ास रिपोर्ट “
शिमला। हिमाचल प्रदेश में HIV स्क्रीनिंग और संक्रमण की पहचान से जुड़े आंकड़े पिछले पाँच वर्षों में एक दिलचस्प पैटर्न दिखाते हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, जहाँ एक तरफ स्क्रीनिंग का दायरा लगातार विस्तृत हुआ है, वहीं HIV पॉज़िटिव मामलों और पॉज़िटिविटी रेट में भी क्रमिक वृद्धि देखी जा रही है। यह स्थिति राज्य की स्वास्थ्य प्राथमिकताओं, जोखिम आकलन और भविष्य की रणनीति के लिए महत्वपूर्ण संकेत देती है।
स्क्रीनिंग में भारी वृद्धि—स्वास्थ्य प्रणाली हुई मज़बूत
2021–22 में जहाँ 2.98 लाख लोगों की HIV जांच हुई, वहीं 2023–24 में यह संख्या बढ़कर 5.36 लाख तक पहुँच गई। यह करीब 80% की वृद्धि है।
वर्ष कुल स्क्रीनिंग HIV+. केस
2021 22 2,98,738. 363
2022–23 4,30,334 551
2023–24 5,36,976 636
2024–25 4,08,689. 780
2025–26 (अप्रैल–नवंबर) 2,55122 स्क्रीनिंग और 646 पाजिटिव केस आए हैं
विशेषज्ञ इसे स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच बढ़ने, स्वैच्छिक टेस्टिंग में वृद्धि, और जोखिम समूहों तक बेहतर पहुँच
का सीधा परिणाम मानते हैं।
HIV मामलों में बढ़ोतरी—बेहतर पकड़
आंकड़े बताते हैं कि HIV पॉज़िटिव मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है:
2021–22 में 363
2022–23 में 551
2023–24 में 636
2024–25 में 780
और 2025–26 के केवल 8 महीनों में 646 नए केस
यह प्रवृत्ति संकेत देती है कि व्यापक स्क्रीनिंग के कारण छूटे हुए मामलों की पहचान अब हो रही है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि “जैसे-जैसे टेस्टिंग बढ़ेगी, मामले सामने आने स्वाभाविक हैं, और यह सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक संकेत है क्योंकि पता चला केस ही इलाज तक पहुँच पाता है।”
पॉज़िटिविटी रेट — एक महत्वपूर्ण संकेतक जो बता रहा है नई कहानी
वर्ष % पॉज़िटिविटी
2021–22 0.12%
2022–23 0.13%
2023–24 0.12%
2024–25 0.19%
2025–26 0.25%
2021 से 2023 तक पॉज़िटिविटी लगभग स्थिर रही, लेकिन 2024–25 और 2025–26 में इसमें तेज़ वृद्धि दर्ज की गई।
यह दर्शाता है कि जो नए केस मिल रहे हैं, उनका अनुपात भी बढ़ रहा है, जो चिंताजनक है और व्यहवारिक, सामाजिक और संरचनात्मक कारणों की ओर इशारा करता है।
नीतिगत दृष्टिकोण—EVTHS और Zero Transmission Himachal की दिशा में कदम
राज्य सरकार ने गर्भवती महिलाओं में HIV और Syphilis संक्रमण को पूरी तरह रोकने के लक्ष्य से EVTHS अभियान शुरू किया है।सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच किट्स उपलब्ध, सभी डिलीवरी पॉइंट्स पर Nevirapine उपलब्ध,
और पहली तिमाही में अनिवार्य जांच को प्राथमिकता दी गई है। विशेषज्ञ मानते हैं कि गर्भवती महिलाओं की 100% टेस्टिंग से माँ से बच्चे में संक्रमण को पूरी तरह रोका जा सकता है, जिससे भविष्य में संक्रमण का बोझ कम होगा और हिमाचल “ज़ीरो ट्रांसमिशन स्टेट” की ओर बढ़ेगा।
हिमाचल प्रदेश एड्स कंट्रोल सोसायटी की सराहना:
हिमाचल प्रदेश एड्स कंट्रोल सोसायटी (HPACS) ने राज्य में HIV/AIDS नियंत्रण और जागरूकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। सोसायटी ने समय-समय पर न केवल रोग प्रतिरोधक अभियानों का सफल संचालन किया, बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जन-जागरूकता फैलाने के लिए व्यापक कार्यक्रम भी चलाए। उनकी योजनाओं में गर्भवती महिलाओं, युवाओं और उच्च जोखिम समूहों के लिए नियमित परीक्षण, परामर्श और उपचार सुनिश्चित करना शामिल है।
स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव और परियोजना निदेशक के कुशल नेतृत्व में सोसायटी ने प्रदेश में HIV संक्रमण की रोकथाम और समाज में सकारात्मक सोच पैदा करने में अहम भूमिका निभाई है।

