निदेशक उद्यान विभाग ने दत्तनगर केंद्र का औचक निरीक्षण कर कार्यों की सराहना की
सेब, बादाम, अखरोट और स्टोन फ्रूट की उन्नत पौध तैयार करने में जुटा केंद्र

फल संतति एवं प्रदर्शनी केंद्र, दत्तनगर में निदेशक उद्यान विभाग का औचक निरीक्षण

शिमला। हिमाचल प्रदेश उद्यान विभाग के निदेशक श्री विनय सिंह (IAS) ने आज फल संतति एवं प्रदर्शनी केंद्र, दत्तनगर का औचक निरीक्षण किया। इस अवसर पर उनके साथ अतिरिक्त निदेशक उद्यान विभाग डॉ. सतीश शर्मा तथा विषय विशेषज्ञ (नर्सरी प्रबंधन) डॉ. राजीव खागटा भी उपस्थित रहे।

निरीक्षण के दौरान निदेशक महोदय ने सेब एवं अन्य फल पौधों की उन्नत किस्मों की पौध का अवलोकन किया, जो विभिन्न रूटस्टॉक्स पर तैयार की जा रही है। पौधों की गुणवत्ता, रख-रखाव एवं नर्सरी प्रबंधन व्यवस्था देखकर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की और प्रभारी अधिकारी के कार्य की सराहना की।

केंद्र में इस समय सेब के साथ-साथ खुबानी, आलूबुखारा, नेक्टेरिन, पीच और बादाम की उन्नत किस्मों जैसे Nugget, New Castle, Black Amber, Friar, Shiro, Santa Rosa, Satsuma, Independence, Red Gold, Honey Kist और Fantasia पर कार्य किया जा रहा है। केंद्र के रूटस्टॉक मदर ब्लॉक में सेब के M-9 एवं EMLA-9, स्टोन फ्रूट्स के Krymsk-86 और Krymsk-5, चेरी के Colt और Krymsk-6, नाशपाती के BA-29 और OHxF87, अखरोट के Vlach तथा बादाम के Viking रूटस्टॉक स्थापित हैं।

इसके अतिरिक्त नर्सरी प्लांटेशन में आलूबुखारा, नेक्टेरिन, चेरी, बादाम, अखरोट, सेब एवं नाशपाती की पौधें उन्नत रूटस्टॉक्स — M-9, EMLA-9, Viking, BA-29 और Vlach — पर तैयार की जा रही हैं। केंद्र में नाशपाती के OHxF87 रूटस्टॉक की कटिंग्स उत्पादन का कार्य भी किया जा रहा है।

निरीक्षण के दौरान निदेशक महोदय ने विभागीय उत्पादों की बिक्री हेतु सड़क किनारे सेल काउंटर की स्थापना, एवोकाडो प्रदर्शनी बगीचा तैयार करने, स्टोन फ्रूट नर्सरी के विस्तार, इन्सेक्ट ट्रैप्स के प्रदर्शन और उनके लाभों के प्रचार-प्रसार पर बल दिया। उन्होंने मशरूम इकाई में स्पॉन लैब स्थापित करने और भविष्य में फेदर प्लांट्स उत्पादन पर कार्य प्रारंभ करने के भी निर्देश दिए।
निदेशक महोदय ने केंद्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए प्रभारी अधिकारी श्री संतोष मेहता एवं उपनिदेशक उद्यान, जिला शिमला श्रीमती सुदर्शना नेगी को उनके समर्पित प्रयासों और उत्कृष्ट कार्यशैली के लिए बधाई दी। इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक डॉ. सतीश शर्मा ने कहा कि इस प्रकार के नवाचारपूर्ण एवं प्रेरणादायक कार्य यदि सभी फल संतति एवं प्रदर्शनी केंद्रों में किए जाएँ, तो यह प्रदेश की बागवानी प्रगति को नई दिशा प्रदान करेंगे।




