मीड़ डे मील प्रभारी पर कार्रवाई पर घमासान — सवाल उठा, स्कूल हेड को क्यों छोड़ा गया?

रोहड़ू। उप शिक्षा निदेशक सिरमौर द्वारा मीड़ डे मील प्रभारी और कला अध्यापक अतर सिंह पर कार्रवाई ने शिक्षकों के बीच बवाल खड़ा कर दिया है। सोशल मीडिया पर एक चेक में अंग्रेज़ी शब्द की गलती को लेकर मचा बवाल अब शिक्षा विभाग के गलियारों में गूंज रहा है।
सी.एन.वी. अध्यापक संघ के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष चमन लाल शर्मा ने इस एकतरफा कार्रवाई का कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने सवाल उठाया — “अगर चेक पर गलती थी, तो स्कूल प्रधानाचार्य ने बिना जांचे-परखे उस पर हस्ताक्षर क्यों किए?”
शर्मा का कहना है कि मीड़ डे मील प्रभारी पर सारा ठीकरा फोड़ना उचित नहीं। अगर ‘सिस्टस्टीन’ की जगह ‘सिस्टम’ या कोई और शब्द गलत लिखा गया, तो उसकी सुधार जिम्मेदारी भी प्रधानाचार्य की थी।
उन्होंने तर्क दिया — “अगर रकम की जगह शब्दों में गलती होती तो क्या तब भी प्रधानाचार्य साइन कर देते?”
पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ने उप शिक्षा निदेशक से मामले की पुनः जांच और आदेश रद्द करने की मांग की है। उनका कहना है कि जब चेक पर अंततः प्रधानाचार्य के हस्ताक्षर होते हैं, तो जवाबदेही साझा होनी चाहिए — एकतरफा नहीं।
शर्मा का स्पष्ट बयान:
“अगर जिम्मेदारी तय करनी ही है, तो सिर्फ मीड़ डे मील प्रभारी पर नहीं, प्रधानाचार्य पर भी होनी चाहिए। कार्रवाई निष्पक्ष हो।”


