महादान: 21 लोगों अंगदान व नेत्रदान की शपथ

शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर पंजाब केसरी समूह मां श्यामला वेलफेयर एसोसिएशन के सहयोग से लाला जगत नारायण की 44वीं जयंती पर रक्तदान शिविर लगाया गया l मां श्यामला वेलफेयर एसोसिएशन ने दिया योगदान, 74 लोगों ने किया रक्तदान, 21 ने ली अंगदान व नेत्रदान की शपथ l इस अवसर पर मुख्य अतिथि रामकृष्ण मिशन के अध्यक्ष स्वामीतन्महियानंद ने कहा कि लाला जगत नारायण निडर पत्रकारिता, देश भक्ति,सामाजिक सेवा में अपने सामाजिक सेवा में अपने आदर्श के कारण लोगों के लिए एक रोल मॉडल है l वह एक स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने भारत की स्वाधीनता के लिए जेल काटी और पंजाब में शांति बनाए रखने के लिए काम कियाl 9 सितंबर 1981 में उनकी हत्या कर दी गई, जिसका नाम जिसके कारण वह शहीद कहलाए l
शिविर के दौरान सोटो की टीम के समक्ष 21 लोगों ने अंगदान वनेत्रदान की शपथ ली और शपथ पत्र भरे l इस दौरान संगठन के अध्यक्ष एवं पूर्व मेयर कुसुम सदरेट, उपाध्यक्ष अनीता चौहान, महासचिव सुनीलधर के अलावा कार्यकारिणी सदस्य राजू ठाकुर, रेमो ठाकुर, संदीप महाजन, कल्याण धीमान ने खूब सहयोग दिया l
विशेष अतिथि भाजपा के वरिष्ठ नेता गणेश सत्य कहा कि लाल जी अपने जीवन काल में हमेशा ही आदर्श परिवार एवं आदर्श समाज स्थापना,नैतिक कर्तव्य योगदान के लिए प्रेरणा स्रोत रहे l समाज सेवा हेतु 2013 में भारत सरकार के तत्कालीन प्रधानमंत्री ने डॉ मनमोहन सिंह ने उनके सम्मान मेंएक डाक टिकट जारी किया l
पहली बार से लेकर 120 बार तक रक्तदान करने वालों में ख़ासा जोश रहा l आईजीएमसी की ब्लड बैंक की टीम ने जुटाया रक्त l डॉक्टर संदीप मल्होत्रा की अगवाई वाली टीम में अपनी सेवाएं प्रदान की l डॉक्टर शिवानी सूद, बबीता, शीतल, नौखरम आदि शामिल रहे l इस शिवर की खास बात यह रही कि इसमें न केवल पहली बार रक्तदान करने वाली युवा शामिल हुए अपितु कई रक्तदाता ऐसे थे जिन्होंने कई मर्तबा रक्तदान करके पुण्य कमाया है l ब्लडबैंक के प्रभारी एवं विभागाध्यक्ष डॉक्टर संदीप मल्होत्रा रक्तदान जीवनदान है lएक बार रक्तदान करने से 650 केलरी बर्न हो जाती है l जिससे आप स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखने में मदद कर सकते हैं l कोई भी स्वस्थ्य व्यक्ति 18 से68 वर्ष की आयु वाला रक्तदान कर सकते हैं l कैंसर के जोखिम में आती हैकमी l मानसिक स्वास्थ्य में आता है सुधार l जिसमें मानसिक शांति व खुशी मिलती है और हृदय में होता है सुधार l
जसवीर सूद (डिंपल सूद)

