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आपदा में दिन-रात सेवा, फिर भी हमले का शिकार बने तकनीकी कर्मचारी

बिजली बहाल कर लौट रही टीम पर जानलेवा हमला, इंजीनियर गंभीर रूप से घायल


आपदा के हालातों के बीच जहां बिजली बोर्ड के तकनीकी कर्मचारी दिन-रात जनता को राहत पहुंचाने में जुटे हैं, वहीं असामाजिक तत्वों की करतूतों ने उनका मनोबल तोड़ने का काम शुरू कर दिया है। सोमवार रात करीब 8 बजे फतेहपुर मंडल की रे सब-डिवीजन के अंतर्गत लौट रही बिजली बोर्ड टीम पर कुछ लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया।

हमले में सहायक अभियंता गुरनाम सिंह, कनिष्ठ अभियंता पंकज पठानिया और सहायक लाइनमैन श्याम शर्मा शामिल थे। टीम क्षेत्र में बिजली बहाल कर लौट रही थी तभी रास्ते में आरोपियों ने उनकी गाड़ी रुकवाकर बेरहमी से पिटाई कर दी। इस दौरान गाड़ी भी तोड़ डाली गई। घटना में कनिष्ठ अभियंता गंभीर रूप से घायल हो गए और तीनों कर्मचारियों की जान खतरे में पड़ गई।

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कर्मचारियों पर बढ़ता बोझ, फिर भी सेवा में समर्पित

प्रदेश में पिछले तीन महीनों से भारी बारिश और आपदा का दौर जारी है। इन हालातों में बिजली बोर्ड के तकनीकी कर्मचारी लगातार अपनी जान जोखिम में डालकर सेवाएं बहाल कर रहे हैं। संघ का कहना है कि विभाग में लंबे समय से कर्मचारियों की भारी कमी है। एक-एक कर्मचारी 20 से 25 ट्रांसफार्मरों का भार अकेले संभाल रहा है, बावजूद इसके वे पूरी निष्ठा से अपना कार्य कर रहे हैं।

संघ ने जताया रोष, FIR दर्ज

हमले की जानकारी मिलते ही हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ ने कड़ी नाराजगी जताई है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष रणबीर ठाकुर ने बताया कि उन्होंने इस मामले में मुख्य अभियंता धर्मशाला से बात की है। मुख्य अभियंता ने आश्वस्त किया है कि FIR दर्ज कर ली गई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सुरक्षा की मांग

संघ के प्रदेश महासचिव चमन लाल शर्मा ने कहा कि इस प्रकार की कायराना घटनाएं तकनीकी कर्मचारियों के मनोबल को तोड़ने वाली हैं। उन्होंने बोर्ड प्रबंधन और सरकार से मांग की कि तकनीकी कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए ताकि वे भयमुक्त होकर जनता की सेवा कर सकें।

Deepika Sharma

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