शिक्षा और सशक्तिकरण का RKMV में संगम
कर ज्ञान से आत्मनिर्भरता तक – राजकीय कन्या महाविद्यालय शिमला में प्रेरक व्याख्यान

राजकीय कन्या महाविद्यालय, शिमला के वाणिज्य विभाग द्वारा “जीएसटी एवं महिला सशक्तिकरण” विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को न केवल वस्तु एवं सेवा कर (GST) जैसी आधुनिक कर व्यवस्था की जानकारी प्रदान करना था, बल्कि उन्हें महिला सशक्तिकरण के विविध आयामों से भी परिचित कराना था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजकीय कन्या महाविद्यालय, शिमला की प्राचार्या डाॅ. अनुरिता सक्सेना ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती पूनम ठाकुर, सहायक आयुक्त, राज्य कर एवं आबकारी विभाग, कार्ट रोड वृत्त तथा सह-नोडल अधिकारी, जिला शिमला ने शिरकत की।
अपने प्रेरणादायक संबोधन में श्रीमती ठाकुर ने जीएसटी को भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण कर सुधार बताते हुए इसके लाभों एवं व्यवहारिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने महिला सशक्तिकरण के सामाजिक, शैक्षिक एवं आर्थिक महत्व को रेखांकित करते हुए छात्राओं से आग्रह किया कि वे शिक्षा, करियर और नेतृत्व के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनें तथा समाज के विकास में सक्रिय योगदान दें।
महाविद्यालय प्राचार्या ने छात्राओं को ऐसे कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया और यह भी बताया कि किस प्रकार स्वयं को सशक्त बनाकर वे न केवल अपने जीवन को उन्नत कर सकती हैं बल्कि समाज और राष्ट्र की प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
इस अवसर पर वाणिज्य विभागाध्यक्ष डा. नीरज ठाकुर, संकाय सदस्य श्रीमती रीता भारद्वाज, श्रीमती शिवानी सूद, श्रीमती हर्षा ठाकुर तथा डा. मुनीश शर्मा भी उपस्थित रहे और कार्यक्रम की सफलता में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यक्रम में वाणिज्य विभाग की बड़ी संख्या में छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और विशिष्ट अतिथि से कई जिज्ञासाएँ साझा कीं। छात्राओं ने कहा कि यह व्याख्यान न केवल शैक्षिक दृष्टि से उपयोगी रहा बल्कि व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर भी उन्हें प्रोत्साहित करने वाला सिद्ध हुआ।कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया




