गुरु शिष्य परम्परा एवं शास्त्रीय संगीत संस्था द्वारा 17 वां वार्षिक संगीत सम्मेलन

गुरु शिष्य परम्परा एवं शास्त्रीय संगीत संस्था हि० प्रदे० द्वारा 17 वां वार्षिक संगीत सम्मेलन के द्वितीय दिवस में मुख्य कलाकार के रूप में डॉ० भैरवी भट्ट ने सितार वादन प्रस्तुत करते हुए राग बसन्त बुखारी प्रस्तुत किया ।
इनके साथ तबले पर साथ दिया मधुरेश भट्ट जो आकाशवाणी के ‘A’ ग्रेड श्रेणी प्राप्त और पंजाब विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं और ये भारत के अतिरिक्त विदेशों में भी तबला प्रस्तुत करने के लिए जाते रहते हैं। दर्शको और श्रोताओं ने उनकी प्रस्तुति की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
14 जून को आयोजित शास्त्रीय संगीत प्रतियोगिता में भाग लेने वाले कलाकारों को मुख्य अतिथि श्री रूपलाल ठाकुर ने सम्मानित किया।
गायन भजन कनिष्ठ वर्ग:-
1 प्रथम: अरमान
2 द्वितीय: मेघना
3 तृतीय: हर्षिता
शास्त्रीय गायन वरिष्ठ:-
1 प्रथम: ऋत्विक सूद
2 द्वितीय: नीलाक्षी
3 तृतीय: रोहित सेन
भजन गायन वरिष्ठ वर्ग:-
1 प्रथम: पारुल
2 द्वितीय: काजल चौहान
3 तृतीय: अंशु
शास्त्रीय गायन कनिष्ठ:-
1 प्रथम: मेघना
2 द्वितीय: अरमान
3 तृतीय: भव्या
शास्त्रीय तबला कनिष्ठ:-
1 प्रथम: अरमान
2 द्वितीय: सत्यम ठाकुर
3 तृतीय: तन्मय
बांसुरी वादन वरिष्ठ वर्ग:-
1 प्रथम: शुभम भारद्वाज
2 द्वितीय: सृष्टि भारद्वाज
कार्यक्रम के मध्य श्री सीता राम शर्मा व डॉ मदन झाल्टा, मेघा शर्मा, अभिषेक व ईशान ने राग भीम पलासी प्रस्तुत की। इनके साथ तबला रोहन व हारमोनियम श्री प्रमोद शर्मा ने प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका श्री मति युवा शर्मा, श्री ओम प्रकाश शर्मा व रमेश चन्द्र भी रहे। अन्त में संस्था के संस्थापक डॉ राम स्वरूप शांडिल ने विशेष अतिथि कलाकारो का धन्यवाद किया और संस्था के प्रधान श्री सीता राम शर्मा ने मुख्य अतिथि व विशेष अतिथियों और प्रतिभागियों को संबोधित कर धन्यवाद किया।