स्मार्ट सिटी शिमला के लक्कडबाजार को जोडने वाली सुरंग में चोरियां

स्मार्ट सिटी शिमला के लोअर बाजार में लक्कडबाजार को जोडने वाली सुरंग में फैली अव्यवस्था एवं हर रोज हो रही चोरियों से नगर निगम बेपरवाह है तथा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई हूँ।
इस टनल का निर्माण करोड़ों की लागत से हुआ है तथा इस सुरंग से दिन-रात लोगों की आवाजाही बनी रहती है। इस सुरंग के दोनों ओर नालियां बनी है जिस पर मजबूत लोहे के जालीदार पत्तियों एवं एंगल के बने ढक्कन लगे है। विगत कुछ समय से लगातार इन ढक्कनों की चोरी हो रही है तथा अब ये नालियां लगभग बिना ढक्कन के गंदगी को खुले तौर पर बीमारियों को आमंत्रित कर रही हैं। हैरानी इस बात की है कि सफाईकर्मी दोनों समय टनल में सफाई करते हैं तथा इन्होंने आज तक नगर निगम को इसकी सुचना नहीं दी है। पुलिस रात को गश्त लगाने की बात करती है तो फिर ये ढक्कन कहां और किस के द्वारा चोरी किए गए, इस पर पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की? एक-एक कर कीमती ढक्कन गायब हो रहे हैं और इस पर न तो महापौर ने कोई कार्रवाई की है और न ही संबन्धित विभाग इसके प्रति जागरुक है।
सामाजिक संस्था उदघोष ने सरकार से यह स्पष्ट पुछा है कि यह किसकी जिम्मेदारी है? न सफाइकर्मी इसकी सूचना दे रहे हैं और न ही एमसी का कोई अधिकारी इस पर कार्रवाई कर रहा है। यह व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाता है कि क्या ये लोहे के ढक्कन बेचे जा रहे हैं या इसे चुराकर घरों में लगाया जा रहा है? स्थानीय नागरिक इस पर कोई भी कार्रवाई न होने पर कुद्ध है तथा इस की जांच की मांग भी कर रहे हैं। इतना ही नहीं, खुली नालियों में इतनी गंदगी हैं कि यहां पर कभी भी कोई भी बीमारी बन सकती है क्योंकि यहां से लोगों की लगातार आवाजाही है और बीमारी फैलने पर इसकी जिम्मेवारी किसकी होगी?
उदघोष के चेयरमैन हेम राज चौहान ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं जिला उपायुक्त से पत्र लिखकर निवेदन किया है कि इस पर सरकार तुरंत कार्रवाई करने के आदेश जारी करते हुए एमसी की संपत्ति जो चोरी हुई है और हो रही है उसके खिलाफ कानून तुरंत एक्शन लें। साथ ही सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने और पुलिस की गश्त को बढ़ाने पर भी प्रशासन गंभीर हो।




