छत्तीसगढ़ में पीआरएसआई शिमला चैप्टर को मिला बेस्ट प्रोग्रामी अवार्ड
शिमला चैप्टर के 93 वर्षीय शिव सिंह चौहान को लाइफटाइमअचीवमेंट अवार्ड

पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा हाल ही में छत्तीसगढ़ कीराजधानी रायपुर में आयोजित 46वें अखिल भारतीय जनसंपर्क सम्मेलन मेंशिमला चैप्टर को वर्ष 2024 के लिए बेहतर प्रोग्राम आयोजित करने परबेस्ट प्रोग्रामी अवार्ड से नवाजा गया।
इसके साथ ही शिमला चैप्टर के 93 वर्षीय वरिष्ठ सदस्य शिव सिंह चौहान को उनके जान संपर्क क्षेत्र मेंउपलब्धियों के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया। यहपुरस्कार शिमला चैप्टर के अध्यक्ष रणवीर वर्मा ने राष्ट्रीय अनुसूचितजनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद डॉ. नंदकुमार साय औरछत्तीसगढ़ सरकार के उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव से प्राप्त किया।
समारोह के दौरान पब्लिकेशन सोसाइटी शिमला चैप्टर द्वारा प्रकाशितपुस्तक “हिमाचल प्रदेश: द वंडरलैंड“ का विमोचन भी उप मुख्यमंत्री श्रीअरुण साव द्वारा किया गया। इस पुस्तक के लेखक शिमला चैप्टर केआजीवन सदस्य शिव सिंह चौहान हैं।
93 वर्षीय शिव सिंह चौहान ने दिसंबर 1989 में हिमाचल प्रदेश सरकार केसूचना और जनसंपर्क विभाग से जिला जन संपर्क अधिकारी सेवानिवृतहुए। । अपने पूरे करियर के दौरान, वे एक कुशल और अत्यंत सम्मानितपेशेवर के रूप में जाने गए और जनसंपर्क के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदानदिया। अपने व्यापक अनुभव और विशेषज्ञता के कारण वे एक प्रतिष्ठितसंसाधन व्यक्ति के रूप में पहचाने गए।
अपनी प्रतिष्ठित सेवा के दौरान, शिव सिंह चौहान ने विभिन्न महत्वपूर्णपदों पर कार्य किया और हिमाचल प्रदेश के कई मुख्यमंत्रियों के साथकाम करने का अवसर मिला । उन्होंने हिमाचल प्रदेश के संस्थापक डॉ. वाई.एस. परमार, सात बार मुख्यमंत्री रहे श्री वीरभद्र सिंह, श्री शांता कुमारऔर ठाकुर राम लाल के साथ कार्य किया।
जनसंपर्क क्षेत्र में अपनी सेवाओं के अलावा, शिव सिंह चौहान एकप्रख्यात लेखक भी हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसरप्रेम कुमार धूमल के जीवन पर एक पुस्तक लिखी है। उनकी दूसरी पुस्तक“हिमाचल प्रदेश के पाँच सपूत” में राज्य के पहले पाँच मुख्यमंत्रियों केयोगदान का वर्णन किया गया है, जो हिमाचल प्रदेश के राजनीतिकपरिदृश्य को समझने में मूल्यवान जानकारी प्रदान करती है।
जनसंपर्क के क्षेत्र में यह 46वां अखिल भारतीय जनसंपर्क सम्मेलनछत्तीसगढ़ के रायपुर में पहली बार आयोजित किया गया। सम्मेलन कामुख्य विषय था “राष्ट्रीय मूल्य: अंतरराष्ट्रीय दक्षताएं – जनसंपर्क कीभूमिका“। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में आत्मनिर्भर भारत, उभरता हुआभारत, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कौशल विकास, कारपोरेट सामाजिकउत्तरदायित्व, भारतीय संस्कृति, पीआर नैतिकता, मीडिया संचार नीतियाँऔर संगठन की प्रतिष्ठा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।
पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया की स्थापना 1958 में हुई थी औरयह देश के प्रमुख जनसंपर्क पेशेवरों का राष्ट्रीय संगठन है। इसका उद्देश्यजनसंपर्क को एक रणनीतिक प्रबंधन कार्य के रूप में बढ़ावा देना है, साथही उच्चतम नैतिकता और व्यवसायिकता के मानकों को बनाए रखना है। पहला अखिल भारतीय जनसंपर्क सम्मेलन 21 अप्रैल 1968 को दिल्ली मेंआयोजित किया गया था, जिसने भारत में पेशेवर जनसंपर्क प्रथाओं कोनई दिशा दी।
पीआरएसआई शिमला चैप्टर का गठन 2006 में किया गया था। इसकेपूर्व शिमला चैप्टर को 2009, 2010 और 2011 में बेस्ट चैप्टर अवार्ड मिलचुका है। वर्ष 2012 में तत्कालीन शिमला चैप्टर के अध्यक्ष बीडी शर्मा कोबेस्ट अध्यक्ष का अवार्ड प्राप्त हुआ था। वर्ष 2021 में श्री अशोक शर्मा औरपीएचएस मालिनी को बेस्ट लीडरशिप अवार्ड मिला था और डॉ. रणवीरवर्मा को बेस्ट जनरल सेक्रेटरी का अवार्ड प्राप्त हुआ था।
रायपुर में आयोजित इस राष्ट्रीय सम्मेलन में यह भी निर्णय लिया गया किअगला राष्ट्रीय सम्मेलन उत्तराखंड के देहरादून में आयोजित कियाजाएगा।