आरोप: तानाशाही तरीके से आवास अपात्र चहेतों को आवंटित किए
विद्युत बोर्ड में फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारीयों की भारी कमी चल रही

हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण कपटा ने प्रेस को जारी बयान में कहा है कि विद्युत बोर्ड में फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारीयों की भारी कमी चल रही है परिणामस्वरूप मानसिक दबाव के चलते कर्मचारी आए दिन घातक/अघातक दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं उन्होंने प्रबंधन से मांग की है कि फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारियों की आज तक जितनी रिक्तियां हैं उसके अनुसार भर्ती प्रक्रिया अमल में लाई जाए।
उन्होंने कहा कि विद्युत बोर्ड के सेवानिवृत कर्मचारियों को लगभग आठ माह से सेवानिवृत्ति लाभ जैसे की ग्रेच्युटी और लीव एन कैशमेंट से महरूम रखा गया है जिसे जल्द से जल्द जारी किया जाए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और बोर्ड प्रबंधन ने बिजली बोर्ड के हजारों कर्मचारियों को ओ.पी.एस की बहाली से वंचित रखा है इस विषय में प्रदेश सरकार और बोर्ड प्रबंधन अपनी स्थिति स्पष्ट करें पुरानी पेंशन बहाल न होने के कारण इससे कर्मचारियों में अनिश्चितता के साथ-साथ भारी रोष पनप रहा है।
उन्होंने कहा की फील्ड एवं तकनीकी कर्मचारियों की पदोन्नति समय पर नहीं की जा रही है फीडिंग केटेगरी से एसडीओ, एसएसए से जेई(सबस्टेशन) की फाइल लगभग दो-तीन माह से प्रबंधन वर्ग के पास लंबित है। इन पदोन्नति आदेशो को जल्द से जल्द जारी किया जाए। उन्होंने कहा की तकनीकी कर्मचारी संघ निकालें गए आउटसोर्स ड्राइवरों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है तथा उनकी मांग को तकनीकी कर्मचारी संघ का पूर्ण रूप से समर्थन है।
उन्होंने कहा की विद्युत मंडल सुंदरनगर और नादौन में कार्यरत तकनीकी कर्मचारीयों के लिए निर्धारित आवास की हालत बहुत दयनीय है। यहां तक की विद्युत मंडल सुंदरनगर के एक संबंधित अधिकारि के द्वारा नियमों को ताक पर रखकर मनमाने ढंग से तकनीकी कर्मचारियों के लिए निर्धारित आवास कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों को आवंटित कर दिए गए हैं जबकि शिफ्ट में कार्यरत कर्मचारी बाहर क्वार्टर लेकर अपने बार कर्तव्य निर्वहन को मजबूर हैं संबंधित अधिकारी ने तानाशाही तरीके से यह आवास अपात्र चहेतों को आवंटित किए हैं। तकनीकी कर्मचारी संघ ने उक्त अधिकारी को चेताया की अगर पात्र कर्मचारियों को जल्द से जल्द निर्धारित आवास पुनः आवंटित नहीं किए गए तो तकनीकी कर्मचारी संघ ट्रेड यूनियन तरीके के तहत अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करेगा और इसकी पूरी की पूरी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की होगी।
उन्होंने बोर्ड प्रबंधन वर्ग से मांग की है कि इस विषय में सभी फील्ड इकाईयों को बोर्ड के आवासों को आबंटित करते समय नियमों का कड़ाई से पालन करने के आदेश जारी किए जाए


