असर विशेष: वाह रे शिक्षा विभाग: अंदर पाठशाला बाहर पशुशाला
राजकीय उच्च विधालय सिन्यूर तहसील भरमौर जिला चम्बा की सामने आई ये तस्वीर

इस विद्यालय में लगभग 50 विद्यार्थी पढ़ते है
भले ही हिमाचल शिक्षा क्षेत्र में तरक़्क़ी कर रहा हो लेकिन ज़िला चम्बा के सिन्यूर तहसील में एक सरकारी स्कूल की हालत कुछ और ही बयान कर रही है ।
हालत ये है कि इस स्कूल के बाहर पशुशाला चल रही है और अंदर पाठशाला चल रही है जहाँ पर स्कूली बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं।
हेरानी तो ये हैं कि क्या संबंधित प्रशासन की नज़र इधर नहीं गई होगी?
बताया जा रहा है की इस स्कूल में एसी हालत लगभग तीस वर्षों से है जिस पर कई बार गुहार सम्बंधित प्रशासन के पास पहुँचाई गई है लेकिन कोई असर पड़ता नहीं दिखता है
यदि इस तस्वीर को स्वास्थ की दृष्टि से भी देखा जाता है तो ये हालत बच्चों की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न तो कर ही रही है वहीं स्वास्थ्य के लिए भी बच्चों की यह स्थिति परेशानी का सबब बन सकती है। हालाँकि अभी इस तस्वीर का पूरा खुलासा शिक्षा विभाग के आगामी कदम से पता लगेगा की इस स्कूल की ऐसी हालत क्यों है ? लेकिन ये तस्वीरें शिक्षा महकमे को कटघरे में खड़ी करती ज़रूर दिखती है ।
एक तरफ़ सरकारी स्कूलों में जहाँ बच्चों को ग्राफ़ गिर रहा है उधर यदि सरकारी स्कूलों के आधारभूत संरचना की हालत ऐसी होगी तो यह स्थिति कैसी सुधर पाएगी ?
स्कूलों के सुधार के लिए राज्य और केंद्र की ओर से करोड़ों का Budget रहता है
फ़िलहाल जानकार ये बताते हैं कि हिमाचल के कई दूरदराज़ क्षेत्रों के स्कूलों पर शिक्षा विभाग के नुमाइंदों को बारीकी से ग़ौर करना चाहिए
इसे लेकर कई सवाल उठते हैं
पहला सवाल : क्या अभी तक संबंधित प्रशासन की नज़र इस स्कूल पर नहीं पड़ी?
दूसरा सवाल : अभी तक इस स्कूल के आधारभूत ढांचे को क्यों ठीक नहीं किया गया? क्या पंचायत ने भी इसकी समस्या अधिकारियों के सामने नहीं रखी है ?
तीसरा सवाल : क्या शिक्षा महकमे की निरीक्षण टीम ने इस स्कूल पर रिपोर्ट तैयार नहीं की?
चौथा सवाल: बच्चों को बैठने के लिए भी क्या-बैंच की सुविधा नहीं है?
इस बारे में शिक्षक संघों का कहना है का भी कहना है कि इस तरह के स्कूलों पर ग़ौर करके इसके आधारभूत ढांचे को शिक्षा की दृष्टि से दुरुस्त किया जाना चाहिए । इस मामले को शिक्षा महकमा के सामने रखा जाएगा।
इस बारे में भरमोर पांगी विधायक डॉ जनक राज
का कहना है कि कई वर्ष हो गये है लेकिन इस स्कूल की स्थिति जस की तस बनी हुई है इस सरकार से तो इस स्कूल के उत्थान की उम्मीद कम है लेकिन अपने और अपने पार्टी के स्तर पर इस स्कूल के उत्थान की कोशिश की जा रही है।


