शिमला के सेंट थॉमस विद्यालय में मिशनरी साधु सुंदर सिंह को उनकी 135वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि,

शिमला के सेंट थॉमस विद्यालय में आज दिनांक 7 सितम्बर को स्कूल हॉल में डायसिस ऑफ़ अमृतसर (डीओए), चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया (सीएनआई) ने भारतीय ईसाई ‘साधु’ और मिशनरी साधु सुंदर सिंह को उनकी 135वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। जिसकी अध्यक्ष्ता डायसिस ऑफ़ अमृतसर के बिशप पीके सामंतरॉय के नेतृत्व में की गयी। साधु सुंदर सिंह ग्लोबल फोरम के सहयोग और इससे जुड़े लोगों द्वारा पहली बार साधु सुंदर सिंह तीर्थयात्रा का आयोजन किया गया।
डायसिस ऑफ़ अमृतसर के बिशप डॉ.पीके सामंतरॉय, साधु सुंदर सिंह ग्लोबल फोरम के सदस्यों और डायसिस ऑफ़ अमृतसर से जुड़े श्रद्धालुओं ने इसमें भाग लिया।
साधु सुंदर सिंह की 135वीं जयंती पर बिशप डॉ .पीके सामंतरॉय, ने कहा कि सेंट थॉमस विद्यालय में साधु सुंदर सिंह का बपतिस्मा हुआ था और वह जब भी इस विद्यालय में आते हैं उन्हें साधु सुंदर सिंह की अनुभूति का अहसास होती है ऐसा मेहसूस होता है जैसे कि वे हमारे साथ ही है और चारो ओर उनकी पवित्रता फैली हुई है।
उन्होंने यह भी कहा कि साधु सुंदर सिंह की जयंती पर 3 सितंबर से शुरू हुई छह दिवसीय तीर्थयात्रा में उनके जीवन से जुड़े सभी स्थलों को शामिल किया जाएगा, जिसमें लुधियाना में उनका गांव रामपुर भी शामिल है, वहीँ हिमाचल का सुबाथू जहा उनका घर स्थित है; और शिमला में उनका घर और सेंट थॉमस चर्च जो अब विद्यालय में परिवर्तित हो चूका है जहाँ उनका बपतिस्मा हुआ था। इसके उपरांत 7, 8 सितम्बर को यह यात्रा कोटगढ़ में समपन्न होगी , जहां साधु सुंदर सिंह की गुफा स्थित है।



