इस तरह होगा “कलाम ऑफ़ हिमाचल टेस्ट “

विद्यापीठ हर साल 7वीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए पूरे हिमाचल में कलाम ऑफ हिमाचल नाम से स्कॉलरशिप टेस्ट करवाता है। इस वर्ष भी विद्यापीठ पूरे हिमाचल में यह स्कॉलरशिप टेस्ट करवाने जा रहा है। इस टेस्ट में वे सभी बच्चे भाग ले सकते हैं जो 7वीं से 12वीं कक्षा में पढ़ते हैं। 11वीं और 12वीं के सिर्फ वही बच्चे इस परीक्षा में भाग ले सकते हैं जिन्होंने विज्ञान संकाय रखा है। इस स्कॉलरशिप टेस्ट को करवाने का उद्देश्य यह है कि बच्चों की विज्ञान के प्रति रुचि बढ़े। इस बार विद्यापीठ यह स्कॉलरशिप टेस्ट 3 चरणों में करवा रहा है। स्कॉलरशिप टेस्ट का पहला पहला चरण इस 8 सितंबर रविवार को करवाया जा रहा है। यह टेस्ट विद्यापीठ की शिमला और सुंदर नगर दोनों ब्रांच में करवाया जा रहा है। इस स्कॉलरशिप टेस्ट में पिछले वर्ष भी लगभग 8000 बच्चों ने भाग लिया था। विद्यापीठ के निदेशक इंजीनियर रविंद्र अवस्थी और डॉ. रमेश शर्मा का कहना है कि इस वर्ष भी उन्हें आशा है कि 10000 से ज्यादा बच्चे इस स्कॉलरशिप टेस्ट में भाग लेंगे। निदेशकों ने बताया कि इस वर्ष स्कॉलरशिप टेस्ट उत्तीर्ण करने वाले उत्कृष्ट छात्रों के लिए 50 लाख तक की स्कॉलरशिप व 15 लाख के अन्य उपहार बच्चों में वितरित किए जाएंगे। स्कॉलरशिप टेस्ट की दूसरे चरण की परीक्षा 22 सितंबर और तीसरे चरण की परीक्षा 13 अक्टूबर को आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा ऑफलाइन और आनलाइन दोनों माध्यमों से करवाई जायेगी। सभी उत्कृष्ट छात्रों को बाल दिवस वाले दिन 14 नवंबर को स्कॉलरशिप व अन्य उपहार वितरित किए जायेंगे। निर्देशकों ने कहा कि सभी छात्र इस स्कॉलरशिप टेस्ट में बढ़-चढ़कर भाग ले और स्कॉलरशिप का फायदा उठाएं।




