दुर्घटनाओं के कारणों और योगदान देने वाले कारकों की पहचान करने की तकनीकें गिनाई

हिमाचल प्रदेश पुलिस के ट्रेफिक टूरिस्ट एवं रेलवे विभाग द्वारा हिमाचल प्रदेश के भिन्न-भिन्न जिलों से आए अन्वेषण अधिकारियों को सड़क यातायात दुर्घटनाओं की जांच करने वाले अधिकारियों के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन सभागार टीटीआर शिमला में किया गया। इस ट्रेनिंग कार्यशाला में प्रदेश भर से यातायात विभाग से 30 अन्वेषण अधिकारियों ने भाग लिया प्रशिक्षण के दौरान श्री गुरुदेव चंद शर्मा भा़़ पु़़ से़़ डीआईजी टीटीआर , संदीप धवल भा़़ पु़़ से़़ एआइजी ,टीटीआर एवं नरवीर सिंह राठौड़ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक टीटीआर नहीं प्रशिक्षणर्थियों को प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण के दौरान निम्नलिखित विषय पर विस्तृत चर्चा एवं प्रेजेंटेशन दी गई।

1. दुर्घटनास्थल प्रबंधन और दस्तावेज़ीकरण तकनीकें।
2. गवाहों और शामिल पक्षों के लिए साक्षात्कार तकनीक।
3. साक्ष्य संग्रह और संरक्षण के तरीके।
4. दुर्घटना जांच से संबंधित कानूनी पहलू और प्रक्रियाएं।
5. क्रैश डेटा का विश्लेषण और निष्कर्षों की व्याख्या।
6. रिपोर्टिंग और दस्तावेज़ीकरण में सर्वोत्तम अभ्यास।
7. सीखने को सुदृढ़ करने के लिए केस अध्ययन और व्यावहारिक अभ्यास।
8. दुर्घटनाओं के कारणों और योगदान देने वाले कारकों की पहचान करने की तकनीकें।
9. सड़क सुरक्षा में शामिल अन्य एजेंसियों के साथ सहयोग और समन्वय।
10. निरंतर सुधार और व्यावसायिक विकास रणनीतियाँ। एवं इसके अलावा ट्रैफिक रेगुलेशन में उपयोग होने वाले अत्याधुनिक उपकरणों जैसे एल्को सेंसर लेजर स्पीड गुण आदि उपकरणों पर विस्तृत प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी गई
इसके अतिरिक्त, इंटरैक्टिव सत्र, समूह चर्चा और व्यावहारिक गतिविधियों विस्तृत चर्चा करके विचारों का आदान-प्रदान किया गया।

