विविध
महिलाएं समाज का वह हिस्सा रही हैं जिसके बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती
नरेश महाजन की कलम से

महिलाएं समाज का वह हिस्सा रही हैं जिसके बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है । असमानता को लेकर बढ़ते भेदभाव के चलते इस दिवस को मनाने की शुरूआत करनी पड़ी। महिलाओं को समानता का दर्जा प्राप्त हो, उन्हें भी हर क्षेत्र में बराबर का हक मिलें। अमेरिका में 26 अगस्त 1920 में 19वें संविधान में संशोधन के बाद पहली बार मत करने का अधिकार मिला था। 26 अगस्त 1971 में वकील बेल्ला अब्जुग के प्रयास से महिलाओं को समानता का दर्जा दिलाने की शुरूआत इस दिन से हुई थी। इससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलता है। इसके साथ ही भेदभाव, कई मुद्दों पर जागरूकता फैलाना है।
वैसे आज के समय में महिलाएं हर क्षेत्र में अपना नाम रौशन कर रही हैं। नारी तुझे सलाम महिला समानता दिवस की सभी महिलाओं , बहन बेटियों को बहुत बहुत शुभकामनाएं ।



