एस० एफ० आई० ने कोटशेरा में किया रोष प्रदर्शन ओर इसके साथ ही छात्र मांगो को लेकर प्राचार्य को सौंपा ज्ञापन

एस०एफ०आई० कोटशेरा इकाई ने कैंपस में रोष प्रदर्शन किया। इसके साथ ही छात्र मांगों को लेकर प्रधानाचार्या को ज्ञापन सौंपा।
साथियों जैसा की आप सभी लोगों को पता है कि *6 अगस्त 1945 और 9 अगस्त 1945* को पूरे विश्व की मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई थी। आप इस बात से भलीभांति वाकिफ होगे कि इन दिनों क्या हुआ था।
जब साम्राज्यवादी *अमेरिका ने पूरे विश्व में अपना सामर्थ्य स्थापित करने के लिए जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहर पर परमाणु हमला* किया था।
जिसमें की असंख्य संख्या में लोग मौत के घाट उतर गए थे।यह घटना आज भी इस समाज में एक काला धब्बा है और इतिहास में ऐसी घटना हमेशा ही मानवता को शर्मसार करती आई है।
आप तमाम लोगों ने इतिहास के माध्यम से इन दो घटनाओं को प्रमुखता से जाना होगा।
कैंपस सह सचिव काॅमरेड पवन ने कहा कि आप सभी इस घटना से परिचित होंगे कि 06 अगस्त 1945 को अमेरिका ने जापान के शहर हिरोशिमा पर पहला परमाणु बम गिराया। जिस हमले से ना केवल जापान दहल गया बल्कि सारी दुनिया में दहशत फैल गई। इसके ठीक 3 दिन बाद फिर नागासाकी पर भी बम गिराया गया। लाखों लोग एक ही झटके मारे गए,तथा इससे भी कई अधिक लोग अपंग हो गए। ये हादसा 78 साल पहले हुआ था। लेकिन ये ऐसी घटना है जो भुलाए नहीं भुलती।
*क्या हुआ था 6 अगस्त को*
6 अगस्त 1945 को ही हिरोशिमा में सुबह 8.15 के समय अमेरिका के बी29 बॉम्बर एनोला गे ने लिटिल बॉय नाम का परमाणु गिराया था जिसमें 20 हजार टन के टीएनटी से भी ज्यादा बल था!
इस समय शहर के बहुत सारे लोग काम पर जा रहे थे। बच्चे भी स्कूल पहुंच चुके थे। एक अमेरिकी सर्वे के मुताबिक यह बम शहर के केंद्र के ही पास गिराया गया था, जिससे 80 हजार लोग मारे गए, तथा इतने ही घायल हुए थे।
*जबकि अमेरिका के जापान पर परमाणु बम गिराने का कारण केवल शक्ति प्रदर्शन करना था।*
इतिहासकार गार एलपरोजित्ज ने 1965 में अपने किताब में दलील दी है कि जापान तो उस समय हार ही रहा था, बल्कि आत्मसमर्पण करने ही वाला था।लेकिन अमेरिका युद्ध के बाद सोवियत संघ से शक्ति के मामले में आगे निकलना चाहता था। इसीलिए अमेरिका ने यह एक तरह का ‘शक्ति प्रदर्शन’ किया।
*ये दो शहर ही क्यों*
हिरोशिमा और नागासाकी के चुने जाने के पीछे कई कारण थे। ट्रूमन चाहते थे कि शहर ऐसे हों जिन पर बम गिराने का पर्याप्त असर हो, सैन्य उत्पादन इनमें प्रमुख था जिससे कि जापान की युद्ध क्षमता को सबसे बड़ा नुकसान हो सके. हिरोशिमा इसके लिए उपयुक्त था। जापान का सातवां बड़ा शहर, जो अपने देश की दूसरी सेना और चुगोकु सेना का हेडक्वार्टर था। इसमें देश के सबसे बड़े सैन्य आपूर्ति भंडार गृह थे।
इसके बाद पूरी दुनिया से दूसरे विश्व युद्ध का खात्मा हो गया।लेकिन इन परमाणु बमों ने मानवीयता पर एक बदनुमा दाग लगा दिया जिसे युद्ध के कारण होने वाली तबाही के तौर पर याद किया जाता है।
SFI ने ऐसी घटना की घोर निंदा की। ये मानवीय इतिहास में एक शर्मसार घटना है। एस०एफ०आई० ने इसी चीज को लेकर कैंपस में रोष प्रदर्शन किया।
*इसके साथ ही एस० एफ० आई० ने विभिन्न मांगों को लेकर कोटशेरा प्रधानाचार्या को सौंपा मांग पत्र*
आज दिनांक 9अगस्त 2023 को एस० एफ० आई० कोटशेरा इकाई के प्रतिनिधित्व मंडल द्वारा छात्र मांगों को लेकर कोटशेरा प्रधानाचार्या को मांग पत्र सौंपा गया।
हम देख रहे हैं कि आए दिन कॉलेज के अंदर छात्रों को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एस० एफ० आई० द्वारा निम्नलिखित मांगों को लेकर प्राचार्या को ज्ञापन सौंपा गया जिसमें कि:-
🔴छात्रों के लिए EVS के अध्यापक की नियुक्ति शीघ्र अति शीघ्र की जाए।
🔘कैंपस में पेयजल की उचित व्यवस्था की जाए।
🔵शौचालय में निरंतर साफ-सफाई और पानी की उचित व्यवस्था की जाए।
⚪कैंटीन में खाने की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
⚫ कैंपस में बढ़ रहे नशे के कारोबार पर जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की जाए।
🔴 खेल के मैदान की जल्द से जल्द मरम्मत की जाए।
⭕ हॉस्टल निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाए।
सचिव काॅमरेड जनेश जस्टा का कहना है कि जब से कैंपस में कक्षाएं शुरू हुई है उसके बाद से कैंपस में काफी खस्ता हालात है। कैंपस में ना तो नियमित रूप से सफाई हो रही है ओर न ही शौचालय में उचित पानी की व्यवस्था है।
इसके साथ-साथ एस० एफ० आई० मांग करती है कि साइबर कैफे में बढ़ते दाम को कम किया जाए। जनेश ने कहा कि साइबर कैफे में तय की गई रेट लिस्ट लगाई जाए।
इसके साथ ही एस० एफ० आई० की मांग है कि होस्टल निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाए। एस० एफ० आई० काफी लंबे समय से इस कैंपस के अंदर हॉस्टल के लिए संघर्ष कर रही है। लेकिन हर बारी प्रशासन द्वारा यह दावा किया जाता है कि हॉस्टल के लिए भूमि का निरीक्षण किया जा रहा है। यह झांसा प्रशासन का, अब काम आने वाला नही है।
उपाध्यक्ष कॉमरेड बंटी ने कहा कि कॉलेज प्राचार्या द्वारा छात्रों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया गया है। इसके साथ-साथ एस० एफ० आई० का कहना है कि अगर जल्द से जल्द इन तमाम छात्र मांगों को पूरा नही किया गया तो एस० एफ० आई० आने वाले समय में समस्त छात्र समुदाय को लामबंद करते हुए कैंपस में एक उग्र आंदोलन करेंगी। जिसका जिम्मेदार कॉलेज प्रशासन स्वयं होगा।


