अनिल खाची को मुख्य सचिव पद से हटाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण!

. ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बैजनाथ के महासचिव त्रिलोक सूर्यवंशी ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा अनिल खाची को मुख्य सचिव पद से हटाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है! उन्होंने बताया कि अनिल खाची अपने सेवाकाल में एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी रहे हैं!अनुशासन प्रियता और निपुण कार्यशैली के कारण
खाची की गिनती भारतीय नौकरशाहों में टाप-10 में की जाती है! अनिल खाची प्रदेश व केन्द्र के जिस भी विभाग में रहे उन्होंने ईमानदारी व कर्तव्यपरायणता के साथ कार्य किया! उन्होंने कभी भी दबाव में काम नहीं किया! हमेशा सच्चाई के रास्ते पर चले तथा सरकार व प्रदेश के हित को सर्वोपरी रखा और नैतिकता के साथ प्रदेश की सेवा की! इनकी ईमानदारी का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने कभी भी सरकारी तन्त्र का दुरुपयोग नहीं किया! यदि वे कभी सरकारी वाहन का प्रयोग निजी कार्य के लिए करते थे तो पैट्रोल का पैसा अपनी जेब से देते थे! वहीं दूसरी ओर सरकार के ऐसे भी मुखिया रहे हैं जो सरकारी तन्त्र का दुरुपयोग करने में कभी भी नहीं हिचकिचाए!
सूर्यवंशी ने कहा है कि अभी हाल ही में मुख्य सचिव रहते अनिल खाची की किसी कार्य के लिए भाजपा सरकार के वरिष्ठ मन्त्री के साथ बहस हुई थी जिसके परिणामस्वरूप उनको पद से हटा दिया गया जो कि हिमाचल प्रदेश के शासकीय इतिहास में दुर्भाग्यपूर्ण घटना है!
त्रिलोक सूर्यवंशी ने कहा कि भाजपा सरकार कर्मचारी विरोधी, किसान विरोधी, छात्र विरोधी और मजदूर विरोधी है! इस सरकार के मन्त्री छोटे कर्मचारी से लेकर मुख्य सचिव तक इज्जत नहीं करते जबकि कर्मचारी व अधिकारी शासन व सरकार की रीढ़ होते है! जयराम सरकार के मन्त्री जनमंच से लेकर कैबिनट बैठकों तक अधिकारी व कर्मचारियों की बेइज्जती करते हैं जिसका खामियाजा इन्हें 2022 में मूल समेत भुगतना पड़ेगा!
त्रिलोक सूर्यवंशी ने बताया कि राज्य व केन्द्र में दोनों जगह भाजपा सरकार विराजमान है और दोनों सरकारें किसान विरोधी, कर्मचारी विरोधी, छात्र विरोधी और मजदूर विरोधी हैं! आज किसान अपने हितों की रक्षा के लिए वर्ष भर से सड़कों पर बैठे हैं और उन्हें राष्ट्र विरोधी बताया जा रहा है, छात्र अपने अधिकारों के बात करते हैं तो उन्हें देशद्रोही कहा जाता है!
कर्मचारियों व मजदूरों को नौकरियों से निकाला जा रहा है! वेरोजगार नौकरियों के लिए दर-दर भटक रहे हैं, महंगाई आसमान छू रही है और भाजपा सरकारें व भाजपाई कह रहे हैं कि अभी अच्छे दिन आऐंगे!



