बड़ी खबर: आईजीएमसी में आरकेएस के कर्मियों ने दी हड़ताल करने की धमकी

नियमित पे स्केल न मिलने से खफा हैं 53 कर्मचारी जिसमें डाटा एंट्री ऑपरेटर, डार्क रूम असिस्टेंट, नेटवर्किंग इंजीनियर, हार्डवेयर इंजीनियर, समेत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी शामिल है।
। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) की रोगी कल्याण समिति के 53 कर्मचारी हड़ताल पर जा सकते हैं। कर्मचारियों ने एडिशनल डायरेक्टर इशा ठाकुर कॉलेज प्राचार्य डॉ. सीता ठाकुर और वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राहुल राव, आईजीएमसी यूनियन के प्रधान हरेंद्र सिंह मेहता को इस बारे में ज्ञापन सौंपा है।
अस्पताल के इन कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से पर्ची, कैश काउंटर, इंटर्नेट, भिन्न-भिन्न ऑफिस की सेवाएं और ओपीडी में स्वास्थ्य सेवा चरमरा सकती हैं। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आईजीएमसी) में आरकेएस के तहत विभिन्न जगहों पर 24 घंटे सात दिन यह कर्मचारी अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं। इतना कम वेतन मिलने पर 2 कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ दी है
8 साल पूरा करने के बाद भी उन्हें नियमित पे स्केल नहीं दिया जा रहा है। इससे संबंधित सभी प्रक्रिया पूरी है। लिहाजा आक्रोशित कर्मचारियों ने अब तीन घंटे हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है। अस्पताल के कमेटी हाल में शनिवार को इस मुद्दे को लेकर तीन बजे बैठक भी हुई। इसमें डाटा एंट्री ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष अरविंद पाल ने बताया कि उनकी मांग पूरी न होने पर वह 24 जुलाई से हड़ताल पर
चले जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके बारे में सरकार और प्रबंधन को सूचना दे दी है। हालांकि उन्हें अभी एक सप्ताह का समय दिया है।
मरीजों को पेश आने वाली समस्या का जिम्मेदार प्रशासन का होगा। आईजीएमसी और दंत महाविद्यालय संघ के अध्यक्ष हरिंद्र सिंह मेहता के साथ वार्तालाप के बाद जो हड़ताल 17, जुलाई सोमवार को होनी थी वह हड़ताल 23 जुलाई तक उनके द्वारा दिए आश्वासन देकर टाल दी गई है



