
अधर में लटका पशु चिकित्सालय का काम। न सरकारी विभाग को परवाह न ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्यवाही…सब राम भरोसे।
जिला शिमला की पंचायत के गांव चनावग में पशु चिकित्सालय के निर्माण का कार्य पिछले तीन सालों से ठेकेदार और विभाग की लापरवाही से अधर में लटका हुआ है।जगदीश हरनोट ने शिकायत की है कि बरसात के कारण इसके ऊपर से बना लिंक रोड भी क्षतिग्रस्त हो गया है जिसका मलवा निर्माणाधीन भवन पर गिर गया है। इस के निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति 18.2.2019 को दे दी गई थी जिसके तहत 19 लाख रुपए की धन राशि अधिशासी अभियंता औद्योगिक विकास निगम को 19.3.2019 को प्रदान कर दी गई जिसके बाद कार्य किसी ठेकेदार को सौंपा गया। ठेकेदार ने 2.2.2021 तक केवल आधे अधूरे पलेंथ पीलर ही दिए और काम बंद कर दिया। यह जानकारी एक प्रेस नोट के द्वारा ग्रामीण विकास सभा के युवा अध्यक्ष जगदीश हरनोट ने मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि बहुत दिनों तक किसी भी मजदूर तथा मिस्त्री के पैसे जब ठेकेदार ने नहीं दिए तो इसकी शिकायत विभाग में की गई जिसके बाद कुछ राशि ठेकेदार ने गत मास मजदूरों को दी लेकिन काम शुरू नहीं किया। जगदीश हरनोट ने बताया कि पिछले कल सभा द्वारा आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम में जब बसंतपुर वार्ड के जिलापरिषद सदस्य चुन्नी लाल गर्ग आए तो उन्हें भी इस आधे अधूरे बंद पड़े निर्माण कार्य को दिखाया गया जिन्होंने भी आश्चर्य व्यक्त किया और संबंधित विभाग के ध्यान में लाने का आश्वासन दिया। अब बरसात के कारण इस निर्माणाधीन भवन के ऊपर का रोड क्षतिग्रस्त हो गया और सारा मलवा इस पर गिर गया है जिस से वाहनों की आवाजाही कभी भी बंद हो सकती है। आश्चर्य की बात है, पैसा उपलब्ध होने के बावजूद न संबंधित विभाग की कोई जिम्मेदारी तय होती है न ठेकेदार की जिसमें साफ लापरवाही दिखती है। उन्होंने कहा कि काश! हमारी पंचायत भी इसका पूर्व में नोटिस लेती तो आज तक पशु चिकित्सालय बन कर तैयार हो जाता।
इस भवन निर्माण में देरी के लिए क्या सरकार या संबंधित विभाग अपने मौके के अफसरों और ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्यवाही करेगा…? उन्होंने सरकार से पूछा है और इस कार्य को शीघ्र शुरू करने का भी अनुरोध किया है।



