हैरानी: एनजीओ फेडरेशन के नाम पर पर्ची छपवाकर कर्मियों से की जा रही असंवैधानिक चंदा उगाही

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हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने प्रदेश में एनजीओ फेडरेशन के नाम पर पर्ची छपवाकर कर्मियों से की जा रही असंवैधानिक चंदा उगाही व्यवसाय की पहल को महासंघ को खत्म करने की साजिश का हिस्सा बताया है। अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के संयोजक सदस्य एल ड़ी चौहान, राजीव चौहान, नृपजीत सिंह ठाकुर, जयकृष्ण शर्मा, मस्त राम बरागटा व हीरेन्द्र मेहता ने कहा कि महासंघ का अपना एक संविधान है, जिसके तहत ही महासंघ की हर गतिविधियां होती है, लेकिन प्रदेश में एक संगठन द्वारा अपने संगठन को एनजीओ में बदलकर तथा जगह-जगह पर शिक्षकों व आउटसोर्स कर्मियों को इकठ्ठा करके चुनाव की फ़ोटो को शेयर किया जा रहा है ताकि प्रदेश सरकार उनकी भीड़ देखे तथा उनको कर्मियों का मसीहा समझे, जबकि बहुत कर्मियों को पता तक नही लग रहा है कि ये कौन सी एनजीओ है जो कि कर्मचारी संगठन के इतिहास में पहली बार हो रहा है। आज तक किसी भी एनजीओ ने पहले से ही चंदा ग्राही कर्मियों से नही की है।
कई जगह पर तो मुख्यमंत्री तक का जिक्र किया जाता है मुख्यमंत्री जी ने उनको हरी झंडी दे दी है जबकि माननीय मुख्यमंत्री कभी भी असंवैधानिक प्रक्रिया को करने की बात नही कर सकते ! अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के नाम से इस तरह की चंदा ग्राही व हरकते गैर कानूनी है, जिससे माननीय मुख्यमंत्री की छवि को भी धूमिल करने का प्रयास हो रहा है



