खास खबर: हमारी छुट्टियां क्यों बंद की?
आईजीएमसी व दंत चिकित्सालय कर्मचारी संघ ने स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष उठाया मुद्दा

आई जी एम सी व दंत चिकित्सालय कर्मचारी महासंघ के प्रधान हरिद्र सिंह मैहता महामंत्री हनिश ठाकुर कोषाध्यक्ष अरविंद पाल स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल् से मिला जिस में संघ ने आई जी एम सी व दंत चिकित्सालय की समस्याओं का उनके समक्ष रखा यह कर्मचारी संघ स्वास्थ्य मंत्री से आज शाम 3.30 बजे मिला इस मिटिंग में उन्होंने विषेश तोर पर पैरामेडिकल की बन्द पड़ी समर व विंटर विकेशन को बहाल करने पर विस्तारित चर्चा हुई इस विषय पर संघ के प्रधान श्री हरिद्र सिंह मैहता ने कहा कि इन छुट्टियों को पिछले कुछ सालों से बन्द करने का कोई भी औचित्य नहीं बनता था यह छुट्टियां उन्हें उस समय से दी जा रही थी जब से इस मैडिकल कालेज की स्थापना हुई है यह कर्मचारी अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं यह मुद्दा कुछ दिन पूर्व आई जी एम सी में एलाईड हेल्थ केयर कोनसिल के कार्यक्रम में भी यह मुद्दा संघ द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुकखू के समक्ष भी रखा था जिसे उन्होंने बडी गम्भीरता से सुनते हुए स्वास्थ्य मंत्री को संघ के पक्ष में बात रखते हुए उसे बहाल करने की बात कही थी
साथ ही साथ संघ ने रोगी कल्याण समिति में बचें बाकी कर्मचारियों को पिछले कर्मचारियों की भाती रेगुलर पे स्केल देने की बात भी रखी जिस में संघ ने जल्द से जल्द हेल्थ सेकेट्ररी से मिटिंग करने का आग्रह किया यह कर्मचारी काफी समय से आई जी एम सी में भिन्न-भिन्न विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं व रोगी कल्याण मे अपनी 8 सालों की की शर्तो को पूरा करने के बाद से पिछले डेड साल से अपनी बढने वाली सेलरी का इंतजार कर रहे हैं यह कर्मचारी सिर्फ 9200 रु प्रति माह से अपने घर परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं
संघ के प्रधान श्री हरिद्र सिंह मैहता ने यह मुद्दा प्रदेश के मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री शिमला के विधायक हरिश जनारथा प्रिन्सिपल एडवाइजर मिडिल नरेश चौहान व मुख्यमंत्री के ओ एस डी रितेश कपरेट के समक्ष पहले ही रख चूके है मैहता ने कहा कि उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुकखू जी से पूर्ण आशा है कि वह इन कर्मचारियों को दुख दर्द को अवश्य समझे व अवश्य रहात देगें जैसे हाल ही में एक कार्यक्रम में कोनटरेकट पैरामेडिकल कर्मचारियों की सैलरी 10 हजार से 20 हजार करने की घोषणा की थी जिसके लिए आई जी एम सी व दंत चिकित्सालय कर्मचारी संघ उनका धन्यावाद करता है



