
हिमाचल प्रदेश में 153 आईएएस अधिकारी हैं जिनमें से 117 आईएएस अधिकारी सरकार में सेवाऐ दे रहे हैं जबकी 20 आईएएस अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर हैं और 5 आईएएस अधिकारी इसी वर्ष सेवनिवृत्त हो रहे हैं जिस कारण सरकार के विभिन्न कार्यक्रम अब निदेशालय और सचिवालय दोनो स्तर पर प्रभावित होंगे। मेरा हिमाचल प्रदेश सरकार ओर विशेष कर अपने व्यवस्था परिवर्तनशील मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से अनुरोध है कि विभिन्न विभागों में कार्यरत विभागीय अधिकारी जो कि अपने क्षेत्र में विशेष अनुभव व महत्व रखते हैं ऐसे लोगों को सचिवालय मे सचिव पद की जिम्मेवारी और विभिन्न विभागो में विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी देने का अवसर दे ताकि सरकार के कार्य क्रम गति मे आऐ। मेरा मनाना है कि यह विभागीय अधिकारी आईएएस अधिकारियो से भी कई गुना बेहतर कार्य करने में सक्षम होंगे और कार्य में भी दक्षता आएगी उदाहरण के तौर पर अगर पीडब्ल्यूडी का सचिव इंजीनियर होगा और स्वास्थ्य विभाग का सचिव चिकित्सा क्षेत्र से होगा और उसी प्रकार अन्य विभाग में कार्यरत उसी क्षेत्र के विभागाधिकारी अपने-अपने विभाग के विभागाध्यक्ष होंगे तो सरकारी कार्य को विशेष गति देने में सक्षम होंगे। मेरा यह सुझाव है कि प्रदेश सरकार में मुख्यमंत्री और कैबिनेट के सभी मंत्री, विधानसभा के सभी सदस्य दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अगर सोचेंगे तो प्रदेश को बेहतर करने में ये तकनिकी अधिकारी कई गुना आईएएस अधिकारी से बेहतर साबित होंगे, अब समय आ गया है की सरकार इस विषय पर विचार करें।
मेरा सभी प्रदेश कर्मचारी संगठनो और अधिकारी संगठनो में अनुरोध है कि इस विषय पर मंथन करे ओर प्रदेश को नई सोच दे



