हड़कंप: 1321 कम्प्यूटर शिक्षक नाराज (शिमला मे धरना प्रदर्शन की तैयारी )
बीते 22 सालो से स्कूलों मे सेवाए दे रहे 1321
कम्प्यूटर शिक्षक सरकार से नाराज है कारण ये है कि जिनको मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया कि शिक्षकों को hpsedc के तहत रखा जाएगा जो सरकार का एक निगम है ।
और सच्चाई ये है कि मुख्यमंत्री कुछ बोल रहे है और इलेक्ट्रॉनिक कारपोरेशन व शिक्षा विभाग के अधिकारी कुछ अलग चल रहे है ।इसे लेकर कम्प्यूटर शिक्षक संघ ने सभी शिक्षकों के पूछा है कि कैसा व्यवस्था परिवर्तन है ये जिसमे इतने परिवार परेशान है, संगठन ने बताया कि वो सरकार के खिलाफ नहीं है परन्तु अब मजबूर है,शिक्षकों ने बताया कि क्या ऐसे होगा व्यवस्था परिवर्तन? अब वह
जल्द ही शिमला में धरना देंगे ।
शिक्षकों क़ो ये नाराजगी मुख्यमंत्री और प्रदेश के शिक्षा मन्त्री रोहित ठाकुर से बहुत ज्यादा है। हालात ये है कि मुख्यमंत्री बोल रहे है कि आपको इलेक्ट्रॉनिक कारपोरेशन के तहत ही रखा जाएगा जबकि अब 5 कम्पनिया सरकार ने आगे कर दी है। शिक्षकों ने साफ किया है की वही शिक्षा मन्त्री ने चुप्पी साध रखी है,
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शिमला में धरना
अब शिमला जिला अब पुरे मामले मे धरना प्रदर्शन मे अगुआई करेगा,कम्प्यूटर शिक्षक संगठन के प्रवक्ता राजेश शर्मा ने बताया कि अलग अलग कम्पनिया जल्दी मे आधा अधूरा वेतन डाल जा रही है ताकि कमीशन का खेल शुरू किया जा सके और फ़ोन पर ये कम्पनी के कर्मचारी कह रहे है कि हम कांग्रेसी है इस प्रोजेक्ट क़ो बढ़िया चलाएंगे।
हैरानी है कि कम्प्यूटर शिक्षकों ने स्कूलों मे 21 साल दिए है और अब शिक्षा मन्त्री कुर्सी पर है तो शिमला जिला के शिक्षकों का दर्द नहीं समझ रहे है और तो और कोर्ट केस मे जवाब नहीं दिया जा रहा है, और सरकार ने 1300 परिवार सिर्फ 5 कम्पनी क़ो काम देने से परेशानी मे डाल दिए है।सभी क़ो शिमला आने के लिए कॉल दी जा रही है, सभी क़ो शिमला आना होगा,
सरकार के व्यवस्था परिवर्तन पर सवाल…
1- nielit क़ो बाहर किया और अपने लोगो क़ो देंगे काम
2-जो बोलेंगे उस पर आगे विभाग अमल नहीं करेंगे
3-ops देंगे पर जो शोषित वर्ग होगा उसका हक़ मारकर!
4- 22 साल दे दिए सरकारों क़ो अब और समय मांग रही मौजूदा सरकार!



