हिमाचल प्रदेश पावर इंजिनीयर्स एसोसिएशन अनबन्डलिंग के विरूद्ध, OPS के साथ
हिमाचल प्रदेश पावर इंजिनीयर्स एसोसिएशन की कार्यकारी समिति की एक बैठक हुई जिसमे प्रदेश मैं पावर सेक्टर मे हो रही गतिविधियों पर चर्चा हुई | इस बैठक मे सर्वसमिति से यह फैसला लिया गया की हिमाचल प्रदेश पावर इंजिनीयर्स एसोसिएशन वर्तमान में या भविष्य में होने वाली किसी भी अनबन्डलिंग का विरोध करेगा| 2010 मे भी पावर इंजिनीयर्स ने HPSEB के विघटन का विरोध किया था| पावर इंजिनीयर्स और एम्प्लोईस यूनियन के विरोध से हिमाचल प्रदेश मे HPSEBL अपने आप को अपने पुराने रूप मे कायम रख पाया था, और इसका सीधा फायदा प्रदेश के लोगों को सस्ती बिजली के रूप मे पिछले कई सालों से मिल रहा है और आगे भी मिलता रहेगा| अगर HPSEBL से ट्रांसमिशन या जेनेरशन एसेट्स बाहर किये जाते हैं तो प्रदेश के लोगों को बिजली काफी महंगे दर से मिलेगी और यह HPSEBL के अस्तित्व को भी अँधेरे की गर्भ में डाल देगा| इसमें यह देखा गया है की कुछ लोग अपने निहित स्वार्थ के लिए प्रदेश मैं HPSEBL के विघटन को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन हिमाचल प्रदेश पावर इंजिनीयर्स एसोसिएशन पूरे ज़ोर से ऐसे ताकतों का विरोध करेगी|
इसके अलावा HPSEBL में OPS लागू करने में हो रही विलम्भ पर भी चर्चा हुई| जहाँ एक और प्रदेश सरकार के OPS लागू करने के फैसले का हिमाचल प्रदेश पावर इंजिनीयर्स ने स्वागत किया, वहीँ HPSEBL में इसे लागू करने में हो रही विलम्भ पे चिंता जताई| इस विषय मैं यह फैसला लिया गया की अगर HPSEBL में OPS जल्दी नहीं लागू हुई तो हिमाचल प्रदेश पावर इंजिनीयर्स एसोसिएशन, HPSEBL एम्प्लाइज यूनियन के 25 मई को होने वाले धरने प्रदर्शन का समर्थन करेगी|