बोर्ड रिजल्ट में देरी का बहाना न बनाऐं स्कूल शिक्षा बोर्ड
स्थल मुल्यांकन केन्द्र 60 से घटाकर 43 करने पर भड़का सी० एण्ड वी० अध्यापक

हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा मार्च 2023 में संचालित की जाने वाली मैट्रिक तथा जमा दो की नियमित टर्म 2 की परीक्षाओ के उतर पुस्तिकाओं के स्थल मुल्यांकन केन्द्र केवल 43 ही स्थापित किये है। सी० एण्ड वी० अध्यापक संघ के चीफ पटर्न चमन लाल शर्मा ने कहा कि 2022 में तथा इससे पूर्व भी प्रदेश में 60 के करीव स्थल मुल्यांकन केन्द्र होते थे । लेकिन तब भी मैट्रिक का परीक्षा परिणाम एक माह पश्चात तथा जमा दो का परीक्षा परिणाम दो माह पश्चात निकलता था। लेकिन हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड ने अब उत्तर पुस्तिकाओं के स्थल मुल्यांकन केन्द्र 60 से घटाकर 43 केन्द्र स्थापित करने का तुगलकी फरमान जनवरी महिने ही कर दिया हैं, अब अध्यापको के कम आवेदन का बहाना स्कूल शिक्षा बोर्ड बना रहा है। अध्यापक आवेदन करना चाहते है लेकिन स्कूल शिक्षा बोर्ड ने आन लाईन आवेदन का पोर्टल ही बन्द रखा है जिस सेंटर में अध्यापक आवेदन करना चाहते है। स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव से बार बार आग्रह करने पर भी पुराने सेंटर रिओपन करने में आनाकानी की जा रही है । संघ ने पहले ही कह दिया था कि इस वर्ष परिक्षा परिणाम और भी अधिक देरी से निकलेगा , जिस की पुरी जिम्मेदारी स्कूल शिक्षा बोर्ड की होगी । चमन लाल शर्मा ने कहा कि इस तरह बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ संघ कतई बरदास्त नही करेगा। स्कूल शिक्षा बोर्ड फिर आनन फानन में परीक्षा परिणाम घोषित करता है और फिर विद्यार्थी टांप टेन में टाप वन आने वाला परिक्षार्थी टांप थ्री मे, तथा टाप थ्री वाला परीक्षार्थी टाप वन मे घोषित किया जाता है ऐसा हर वर्ष हुआ करता है तथा परीक्षा परिणाम देरी से आने पर टर्म 1 की परीक्षा के लिए केवल तीन ही महिने बचते है तथा बच्चो का स्लेबस भी कई विषयों का पुरा नही हो पाता। संघ ने प्रदेश सरकार तथा स्कूल शिक्षा बोर्ड से आग्रह किया है कि बच्चो की पढ़ाई को मध्यनजर रखते हुए स्थल मूल्याकंन केन्द्रो को बढ़ाया जाए ताकि परीक्षा परिणाम समय पर निकल सके तथा बच्चो की पढ़ाई भी प्रभावित न हो।




