असर पर बेबाक आवाज़; आपके आदर्शो का हवाला दे राजनीति कर सत्ता में आने वाले आपके अनुयाई पूर्णतया भोग विलास में लिप्त हैं
बेबाक लेखक की कलम से

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असर पर बेबाक आवाज़..
आदरणीय गांधी जी, बड़े दुर्भाग्य और व्यंग्य की बात है के आपके आदर्शो का हवाला दे राजनीति कर सत्ता में आने वाले आपके अनुयाई पूर्णतया भोग विलास में लिप्त हैं, “सिंपल लिविंग हाई थिंकिंग” के विचार को दरकिनार कर केवल वैभव और यश के मिथ्या बखान में मग्न हैं। आपकी सीख से प्रभावित पार्टी के मंत्री नेता अपनी कोठियों में बे हताशा फिजूलखर्ची में लगे हैं जिसमें पिछले पांच सालों से भी मंत्री ही रह रहे थे तो ऐसा क्या खंडहर बन चुके थे ये महल। आपको अपना प्रेरणा स्त्रोत मानने वाली पार्टी के नव निर्वाचित नेता अपने बच्चों की शादियों के उत्सव अपने ग्राम से लेकर राजस्थान के बड़े बड़े आलीशान पांच सितारा होटलों में मना रहे हैं और पूरी सरकार मंत्रीमंडल इनमें शिरकत कर रही है और सोशल मिडिया पर सांझा भी कर रहे हैं शायद उन्हें मालूम है के देश के 20 करोड़ से अधिक लोग जो भूखे सोते हैं उनके पास मोबाइल नहीं। गांधी जी जिस देश को आपने आत्मनिर्भर बनाने के लिए पुरा जीवन दे दिया उस देश के नेता अब सिर्फ़ जी हजूरी, चाटुकारिता, स्वार्थ, पैसा और तुच्छ राजनीति को ही सर्वस्व मान चुके हैं और आपके उदाहरण बस भाषणों में चुनाव जीतने के लिए प्रयोग तक ही सीमित रह गए हैं ।



