ऐसा आईजीएमसी के एमएस कर ही नहीं सकते….
आईजीएमसी अस्पताल एवम् सहयोगी अस्पताल दंत चिकित्सक महाविद्यालय अस्पताल के प्रधान उतरे पक्ष में

आईजीएमसी.अस्पताल एवम् सहयोगी अस्पताल दंत चिकित्सक महाविद्यालय अस्पताल के प्रधान हरिन्द्र सिंह मैहता , और वरिष्ठ उपप्रधान श्रीमती कल्पना राचैक महा सचिव श्री हनीश ठाकुर जी उपप्रधान भारत गुप्ता जी सयुंक्त सचिव रंजीत कुमार सिंह, प्रेस सचिव सन्नी चौहान जी उनकी समस्त कार्यकारिणी के सदस्य अनिल जीशटू, कपूर जीशटू, ब्रिज भूषण शर्मा, हातैदर चौहान, भवनैश कुमार, भीष्म, राजेश चौहान, राजन भीमटा, राजेश भारद्वाज, राजेश रोका, राजेश कश्यप, गिरीश महंत, वीरेंद्र घूनटा, प्रदीप वर्मा, कैलाश शर्मा, अरविंद डोगरा, सुशील, हरि प्रिया, विद्या दर मीरा चौहान, सुशीला नेगी, तथा मंगला सूद का कहना हे
कि सुरक्षा कर्मियों द्वारा जो आरोप लगाए गए है वे सब निराधार है क्यूँ की इस तरह की भाषा का प्रयोग डॉ राहुल राव के द्वारा नहीं की जा सकती।
यह एक तरह से उनकी साफ छवि को ख़राब करने का प्रयास किया जा रहा है क्यूँ की उन्हें प्रशासनिक सेवाओं का बहुत बड़ा अनुभव है वह मरीजों के लिए सदैव तत्पर पर रहते हैं ।वह सुरक्षा कर्मियों को चाहिए था कि वह प्रशासन से बात करके आपस में बैठ कर इस मसले को सुलझाया जाता प्रेस और मीडिया मैं जाने का कोई औचित्य नहीं बनता है।
यह अस्पताल का आंतरिक मामला था इस तरह की गलत फैमी को सुधारा जाता क्यूँ की Igmc हमारा एक परिवार है परिवार के झगड़े परिवार में ही निपटाया जाए जो हम सब और मरीजों के हित में होता
जहां तक बाई मैट्रिक हाजिरी की बात है यह आदेश उच्च न्यायालय द्वारा 15/11/2022 को दिए गए हैं ।
इस पर नर्सिंग संघ के अध्यक्ष शीतल, महामंत्री ममता भारद्वाज और डाटा एंट्री ऑपरेट संघ के अध्यक्ष अरविंद पाल महामंत्री विनोद और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मोहन लाल महामंत्री अनिल कुमार और उनकी कार्यकारिणी सदस्य अमर ठाकुर, रमेश शर्मा, रतन ठाकुर, नरेश कुमार, आत्मा राम शर्मा, हिम्मत ने इस खबर का खंडन किया है और उन्होंने भी आपत्ति जाहिर की।



