खास खबर”हिमाचल लिपिमाला” पुस्कृत
संस्कृति मन्त्रालय, भारत सरकार की संस्कृति विषयक मौलिक हिन्दी पुस्तक लेखन पुरस्कार योजना के अनुसरण में वर्ष 2021 की पुस्तकों के मुल्यांकन के लिए गठित चयन समिति द्वारा की गई संस्तुति के अनुसार हि.प्र. विश्वविद्यालय परमार पीर के अध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक “हिमाचल लिपिमाला” को पुस्कृत किया गया। न केवल प्रदेश विश्वविद्यालय अधिहिमाचल के लेखक समुदाय व बुद्धितीयों के लिए भी यह सौभाग्य का क्षण था जब २.२.२०१३ को केन्द्रीय सचिवालय ग्रन्थागार में संस्कृति राज्य मन्त्री अर्जुन मेघवाल ने एक मात्र चयनित पुस्तक के लेखक प्रो. (ड) ओम प्रकाश शर्मा को पुरस्कृत किया। मूलतः ग्राम जमराह, डॉ. बारा, तहसील चौपाल, जिला शिमला के रहने वाले ओमप्रकाश शर्मा पिछले 35 वर्षों से हिमालय व हिमाचल के इतिहास, संस्कृति, सभ्यता, लोक इतिहास, पहाड़ी भाषा, लिपियों व लोक साहित्य पर शोध व लेखन कर रहे हैं। परमारपीट में पहाड़ी भाषा, लिपियों व लोक साहित्य पर पाठ्यक्रम निर्मित कर डॉ. यशवन्त सिंह परमार के दृष्टिकोण को सार्थक बनाया है। प्रो राम अभी तक 18 मौलिक पुस्तकों व 100 से भी अधिक शोध पत्रों का प्रकाशन कर चुके है।


