गैर शिक्षक कर्मचारियों की विधानसभा चुनाव तैनाती के बारे में कुलपति को खुला पत्र
सेवा में
माननीय कुलपति महोदय,
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय
विषय:
विश्वविद्यालय के गैर शिक्षक कर्मचारियों की विधानसभा चुनाव तैनाती वारे पत्र !
महोदय
विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारियों की भारी कमी एवं परीक्षा कार्यों की समयवद्ध निष्पादन की गंभीरता के अनुरूप भी प्रशासन की संवेदनशीलता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करती है क्योंकि गैर शिक्षक कर्मचारियों के विभिन्न संगठनों एवं संयुक्त समन्वय समिति (CC) ने पिछले एक वर्ष से विभिन्न मांग पत्रों/पत्राचार के माध्यम से आपके ध्यानार्थ लाया जाता रहा है कि गैर शिक्षक कर्मचारियों की भारी कमी एवं दैनिक कार्य की अति आवश्यकता के दृष्टिगत विश्वविद्यालय प्रशासन मामले की गंभीरता को देखते हुए शिमला जिला निर्वाचन अधिकारी से हस्ताक्षेप कर विश्वविद्यालय कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी तैनाती में छूट प्रदान करवाना या कम से कम संख्या में तैनाती करवाना था।
महोदय जी आपके ध्यानार्थ यह भी लाना उचित होगा कि पिछले कई वर्षों से बहुत से गैर शिक्षक कर्मचारियों की निरंतर वर्ष भर मतदाता पंजीकरण मतदाता सूची की दरुस्ती इत्यादि के लिए BLO इत्यादि पदों के रूप में जिला निर्वाचन अधिकारी के माध्यम से चुनाव ड्यूटी ली जा रही है जिसके कारण भी विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों/शाखाओं में कार्य निष्पादन में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और कर्मचारियों को अतिरिक्त कार्य बोझ सहन करना पड़ता है। उक्त उल्लेखित विवरण के दृष्टिगत महोदय जी आपको बेहद दुख के साथ एक बार पुनः अवगत करवाना
चाहेंगे कि हिमाचल प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 के लिए प्रथम सूची/ लिस्ट में लगभग 300 विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है और ज्ञात हुआ है कि दूसरी सूची/तिस्ट भी आने वाली है तथा दिनांक 26.10.2022 से कर्मचारियों को जिला निर्वाचन अधिकारी के पास उपस्थिती दर्ज करनी अनिवार्य कर दी गई है और यह चुनाव ड्यूटी लगभग 13.11.2022 तक चलेगी, लगभग 20 दिनों की इस चुनाव ड्यूटी के दौरान जो विश्वविद्यालय के समयबद्ध कार्य जैसे प्रवेश परीक्षाएँ, प्रतिदिन के प्रशासकीय कार्य, नैक (NAAC) टीम का दौरा एवं न्ययालय/ सूचना के अधिकार से संबन्धित मामले इत्यादि लम्बित होंगे उसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
अतः महोदय जी संयुक्त समन्वय समिति (CC) आपसे पुनः मांग करती है कि उक्त तथ्यों के दृष्टिगत विश्वविद्यालय प्रशासन कड़ा संज्ञान लेते हुए विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी निरस्त करें ताकि विश्वविद्यालय का दैनिक कार्य सुव्यवस्थित ढंग से चल सके ।



