
मोबाइल के युग में भी रिज पर फोटोग्राफर के कैमरे से फोटो खिंचवाने का क्रेज़ गया नहीं
हिमाचल की राजधानी शिमला जिसे की हम पहाड़ों की रानी के नाम से भी जानते हैं। बाहर से पर्यटक शिमला में घूमने तथा शिमला के सौदर्य को निहारने आते हैं ।शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में पर्यटक अपने सुदंर – सुदंर छाया चित्र खिचवाते हैं। भले ही अब मोबाइल का युग आ गया हो लेकिन रिज पर अभी फोटोग्राफर से फोटो खिंचवाने का क्रेज कई पर्यटकों में देखा जा रहा है। हालांकि यह ग्राफ अब गिरता नजर आ रहा है लेकिन अपने घर का चूल्हा जलाने की उम्मीद से हर दिन रिज पर रजिस्टर्ड फोटोग्राफर पर्यटकों के इर्द-गिर्द फोटो खिंचवाने का आग्रह करते नजर जरूर आते हैं।जिसमें हिमाचली पोशाक में फोटो खिंचवाने का क्रेज पर्यटक खुब दिखाते हैं।

रिज पर बहुत सारे छायाचित्रकार ( photographer)होते हैं।छायाचित्रकार मदन गोपाल से बातचीत करके पता चला कि वह हमीरपुर के रहने वाले हैं ,और यह पर1980 ई से रिज पर छायाचित्रकार का काम कर रहे और उन्हें यह काम करते 41 वर्ष हो गए है । वह यह पर्यटकों की सुदंर चित्र खीचते है उसके साथ वह विभिन्न जिलो के पारंपरिक वस्त्रो जैसे कश्मीरी वस्त्र , हिमाचली कुल्लू आदि के साथ भी चित्र खीचते हैं जिसकी राशि 50 रुपय हैं ।

कोरोना महामारी से सभी को नुकसान हुआ परंतु अब इनका काम अच्छा चलने लगा हैं पर्यटकों के आने से इन्हें अब मुनाफा होने लगाा है ।



