बिन ताल के कोलोजो में ये कैसा संगीत सिखाया जा रहा है?

हिमाचल प्रदेश के संगीत छात्र संगठन में महाविद्यालयों में रिक्त पड़े तबला वादक पदों को भरने की मांग उठाई है संगठन के अध्यक्ष डॉ. मदन झलटा ने बताया कि पिछले वर्ष सरकार ने महाविद्यालयों में तबला वादक ओके 100पद भरने की बात कही थी हाल ही में हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड हमीरपुर द्वारा विभिन्न पद विज्ञापित किए गए परंतु तबला वादक के पदों को की विज्ञप्ति विज्ञापित नहीं किया गया डॉ झलटा ने बताया कि यह बहुत बड़ी विडंबना है कि संगीत बिना ताल के ही विद्यार्थियों को सिखाया जा रहा है एक और हम संस्कृति के संरक्षण संवर्धन की बात करते हैं परंतु बिना ताल का संगीत सिखा कर हम नई पीढ़ी को अवश्य ही सांस्कृतिक दृष्टि से कहीं ना कहीं कमजोर कर रहे हैं विज्ञान की प्रयोगशाला में जैसे प्रयोगशाला सहायक आवश्यक होता है वैसे ही संगीत की कक्षा में तबला वादक की भूमिका अहम होती है हिमाचल प्रदेश में बहुत से तबला वादक डिग्री डिप्लोमा करके घर बैठे हैं और उनकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है तथा कई लोगों की सरकार सरकारी सेवा हेतु आयु सीमा भी समाप्त हो रही है छात्र संगठन की सरकार से यह पुरजोर मांग है की शीघ्र अति शीघ्र महाविद्यालयों में तबला वादक के पदों को भरा जाए


