
कोविड फंड में वेतन कटौती पर एचआरटीसी कर्मी हैरान हो गए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि लोगों के संपर्क में वह बहुत ज्यादा आते हैं और इस बाबत उनकी सैलरी को भी फंड में काटना सही नहीं है। पहले ही बहुत ही देरी से वेतन मिला और 2 माह के वेतन में कई कर्मचारियों का 5000 का कट लग गया है । कर्मचारियों का कहना है कि एक तरफ उन्हे कॉविड वॉरियर्स भी घोषित नहीं किया गया है और बहुत ही ज्यादा जनता के संपर्क में रहते हैं। इस दौर में पहले देरी से वेतन मिलना और बाद में वेतन करना यह सही नहीं है।
। इसे लेकर कर्मियों में मायूसी भी है कि एक तरफ को कोविड काल चल रहा है और उनकी ड्यूटी भी काफी सख्त है। बताया जा रहा है कि यह दिक्कत काफी समय से एचआरटीसी कर्मियों को झेलनी पड़ रही है। गौर हो कि सबसे ज्यादा आमजन के संपर्क में ड्राइवर और कंडक्टर आ रहे हैं। यह लगभग 5000 से ज्यादा कर्मचारियों का स्टाफ है जिन्हें पहले देरी से वेतन मिल पाया है। कर्मचारियों का मानना है कि
ऐसे में समय पर वेतन ना मिलना भी उन्हें अपने काम को लेकर हतोत्साहित कर रहा है। उधर सैलरी में एक बहुत बड़ा कट लगा दिया गया है।
गौर हो कि अनुबंध पर काम कर रहे हैं एचआरटीसी ड्राइवर्स को ₹11000 मिलता है। रेगुलर ड्राइवर को बाइस हजार और रेगुलर कंडक्टर को 17
हजार मिलता है। ऐसी में ऐसी स्थिति में वेतन काटना को भी फंड के लिए एक सही संदेश नहीं है



