झूठे प्रमाण पत्र मामले में वीरेंद्र चौहान को क्लीन चिट दे दी गई है। इसे लेकर वीरेंद्र चौहान का कहना है की उनके खिलाफ प्रचार किया जा रहा है कि उन्होंने झूठे प्रमाण पत्र पर अपनी नौकरी ली है और मेरे खिलाफ बहुत बड़ी कार्यवाही होने वाली है और यहां तक कि मेरी नौकरी भी जा सकती हैं।वीरेंद्र चौहान का कहना है कि
इस तरह की खबरें मुझे बदनाम और परेशान करने के लिए कई बार चलाई गई है जबकि सच्चाई यह है कि इस संदर्भ में अनेकों बार मेरी इंक्वायरी करवाई गई है और मुझे विभाग की तरफ से किसी तरह का दोषी नहीं ठहरा गया है और ना ही मैंने आजतक कोई फ्रॉड काम किया है।
इस तरह मिली क्लीन चिट
वीरेंद्र चौहान का कहना है कि हाल ही में भी सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से इस संदर्भ में एक और शिकायत की गई थी जिसका appointing ऑथोरिटी ने स्पष्टीकरण देते हुए उन्हें आरोप मुक्त किया है ।




