
सयुक्त कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों के लगातार हो रहे तबादलों को लेकर इसमें अब बड़ा मोड़ आया है जिसमें अब कुछ कर्मचारी न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले हैं।
महासंघ के वित्त सचिव एवं हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम जेसीसी के महासचिव खेमेंद्र गुप्ता का शिमला से चंबा स्थानांतरण कर दिया है। इसे लेकर महासंघ रोष में है।खेमेंद्र गुप्ता का कहना है कि ये बहुत हैरानी की बात है कि किस आधार पर उनका तबादला किया गया है। उनके डिपो में उनसे कई सीनियर भी है और जूनियर भी लेकिन अब उनका तबादला करना किसी हैरानी से कम नहीं।
महासंघ के मुताबिक अब ये तबादला सरकार के तानाशाही रवैया को दर्शाता है और यह सरकार कर्मचारियों की आवाज सुनने के बजाय दमनकारी नीतियां अपनाकर कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का प्रयास कर रही है जिसका खामियाजा सरकार को अवश्य भुगतना पड़ेगा
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उधर संबंधित कर्मचारी जिसका तबादला हुआ है उसका कहना है कि स्थानांतरण आदेश कर एचआरटीसी के कर्मचारियों की मांगों को नही दबाया जा सकता।इसे लेकर वह कोर्ट से भी न्याय की उम्मीद करेंगे ।फिर भी यदि कोर्ट साथ नही देगा वह अपने काम को सेवा समझ कर तबादला वाले स्टेशन पर जायेंगें।
एचआरटीसी के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सजग है और अपनी मांगों को मनवाने के लिए हम बिल्कुल भी पीछे नहीं हटेंगे। यदि किसी कर्मचारी प्रतिनिधि की ट्रान्सफर कर कर्मचारियों की मांगे पूरी हो सकती है तो ट्रान्सफर तो क्या हम उससे भी बड़ा बलिदान देने को तैयार हैं।
खेमेन्द्र गुप्ता,
सचिव,
परिवहन कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति


